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UNSC में Pakistan का चेहरा बेनकाब, भारतीय राजदूत ने सुनाई खरी-खरी

भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है। भारतीय राजदूत ने UNSC में बैठक के दौरान कहा कि पाकिस्तान बच्चों पर अत्याचार के मुद्दे पर दुनिया का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहा है।

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Pratiksha Parashar
indian ambassador, UNSC
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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (United Nations Security Council) में पाकिस्तान (Pakistan) के झूठ का पर्दाफाश कर दिया है। गुरुवार को भारत के राजदूत पार्वथानेनी हरीश ने पाकिस्तान (Pakistan) पर सख्त प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अपने देश में बच्चों के खिलाफ हो रहे अत्याचार और सीमा पार आतंकवाद (Terrorism) से दुनिया का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहा है। भारत ने पाकिस्तान द्वारा लगाए गए सभी झूठे आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया।

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भारत को बदनाम कर रहा पाकिस्तान

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत पार्वथानेनी हरीश ने बयान देते हुए कहा, " मैं पाकिस्तान के प्रतिनिधि की ओर से की गई टिप्पणियों को खारिज करता हूं।" उन्होंने कहा कि पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद  के एजेंडे के सबसे बड़े उल्लंघनकर्ताओं में से एक है। पार्वथानेनी हरीश ने बयान देते हुए कहा कि पाकिस्तान अपने नापाक एजेंडे को बढ़ाने के लिए भारत को बदनाम कर रहा है। भारतीय राजदूत ने कहा कि भारत, पाकिस्तान के ऐसे रवैये को अस्वीकारता है। इसके साथ ही पाकिस्तान द्वारा सीमा पार से भारत में किए जा रहे आतंकवाद को भी अस्वीकार करता है। पी. हरीश ने यह बात संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक बैठक में कही, जिसका विषय था, "बच्चों के खिलाफ गंभीर अपराधों को रोकने और खत्म करने के लिए रणनीतियां।" 

पाकिस्तान में बच्चों पर गंभीर अपराध

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पी. हरीश ने कहा कि पाकिस्तान खुद उन देशों में शामिल है, जो बच्चों के खिलाफ अपराध करने वालों की सूची में हैं, फिर भी वह भारत पर आरोप लगा रहा है। यह बहुत बड़ा दोहरापन है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव की एक रिपोर्ट में भी बताया गया है कि पाकिस्तान में बच्चों के खिलाफ गंभीर अपराध हो रहे हैं। इसमें खास तौर पर स्कूलों (खासकर लड़कियों के स्कूलों) और स्वास्थ्यकर्मियों पर हमलों का जिक्र है। रिपोर्ट में जिक्र किया गया है कि पाकिस्तान में 86 बच्चों के खिलाफ गंभीर उल्लंघन के कुल 99 मामलों की जानकारी मिली थी। स्कूलों पर हमले के कुल 13 मामले दर्ज किए गए और असुरक्षा का स्वास्थ्य कर्मियों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पाकिस्तान की सेना ने अफगान सीमा के पास बच्चों की मौत और घायल होने की कई घटनाओं को अंजाम दिया।

पाकिस्तान ने किया आतंकी हमला

पी. हरीश ने यह भी याद दिलाया कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान से आए आतंकवादियों ने हमला किया था, जिसमें 26 पर्यटक मारे गए थे। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने इस हमले की निंदा की थी और कहा था कि इसके पीछे जो लोग हैं, उन्हें सजा मिलनी चाहिए। इसके अलावा, मई 2025 में पाकिस्तान की सेना ने जानबूझकर भारत के सीमावर्ती गांवों पर गोलीबारी की, जिसमें कई निर्दोष नागरिक मारे गए। फिर भी पाकिस्तान दूसरों को नैतिकता का पाठ पढ़ाने की कोशिश करता है, जो कि गलत है। राजदूत हरीश ने कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है और हमेशा रहेगा, चाहे पाकिस्तान कितना भी झूठ फैलाए।

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बच्चों का शोषण करने वालों को सजा मिले

अंत में पी. हरीश ने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि बच्चों को चरमपंथी सोच और आतंकवाद से बचाना बेहद जरूरी है। इसके लिए सभी देशों को मिलकर काम करना चाहिए और उन लोगों को सजा देनी चाहिए, जो बच्चों का शोषण करते हैं या आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं।  india pakistan | unsc | UNSC Discussion | unsc india pakistan 

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