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Photograph: (Google)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। भारत में सोने को सदियों से समृद्धि और सुरक्षा का प्रतीक माना गया है, और UBS बैंक की एक हालिया रिपोर्ट इस परंपरा को वैश्विक स्तर पर प्रमाणित करती है। रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय महिलाओं के पास इस समय करीब 25,000 टन सोना है, जिसकी मौजूदा बाजार मूल्य पर कुल कीमत करीब 2.4 ट्रिलियन डॉलर (लगभग 200 लाख करोड़ रुपये) बैठती है।
इतनी संपत्ति कि पाकिस्तान की पूरी अर्थव्यवस्था भी पीछे
- पाकिस्तान की GDP: लगभग 400 अरब डॉलर
- भारतीय महिलाओं के पास सोने की संपत्ति: 2.4 ट्रिलियन डॉलर यानी, यह पाकिस्तान की पूरी अर्थव्यवस्था से छह गुना बड़ी है।
- यहां तक कि यह संपत्ति इटली और कनाडा जैसे विकसित देशों की अर्थव्यवस्थाओं से भी अधिक मूल्य की है।
2020 के बाद दोगुनी हुई सोने की कीमतें
UBS के मुताबिक, 2020 के बाद से सोने की कीमतें दोगुनी हो गई हैं, जिससे भारत के करोड़ों परिवारों की कुल संपत्ति में जबरदस्त इजाफा हुआ है। विशेष रूप से ग्रामीण भारत में सोना न केवल पारंपरिक आभूषण के रूप में बल्कि सुरक्षित निवेश और आपातकालीन पूंजी के रूप में भी देखा जाता है।
भारत: सोने का सबसे बड़ा उपभोक्ता
भारत विश्व का दूसरा सबसे बड़ा सोने का उपभोक्ता है और यहां त्यौहार, विवाह और पारिवारिक समारोहों में सोना खरीदना शुभ माना जाता है। हर साल देश में लाखों टन सोने की खपत होती है, जिसमें महिलाओं की हिस्सेदारी सबसे अधिक है।
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