नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क । क्या आप जानते हैं कि आज के युवा यानी 'मिलेनियल्स' ने योग को अपनी ज़िंदगी का अहम हिस्सा बना लिया है? ICICI लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस की एक ताज़ा रिपोर्ट बताती है कि 74% मिलेनियल्स रोज़ाना योग करते हैं, जो किसी भी अन्य आयु वर्ग से कहीं ज़्यादा है। यह सिर्फ़ एक आंकड़ा नहीं, बल्कि एक बदलाव की कहानी है - कैसे योग अब सिर्फ़ आध्यात्मिक क्रिया नहीं, बल्कि आधुनिक जीवनशैली का एक अभिन्न अंग बन गया है। क्या आप भी इस स्वस्थ क्रांति का हिस्सा बनना चाहेंगे? पढ़ें पूरी रिपोर्ट...
युवा क्यों कर रहे हैं इसे इतना पसंद?
आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस है, और इस मौके पर एक बेहद दिलचस्प और चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है। ICICI लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस द्वारा किए गए एक सर्वे ने बताया है कि 1981 से 1996 के बीच जन्मे मिलेनियल्स (Millennials) योग के सबसे बड़े प्रशंसक बन गए हैं। जी हां, सर्वे में शामिल 74% मिलेनियल्स नियमित रूप से योग का अभ्यास करते हैं। यह आंकड़ा सिर्फ़ प्रभावशाली नहीं, बल्कि यह दिखाता है कि कैसे योग ने अपनी छवि बदलकर अब युवाओं को भी अपनी ओर आकर्षित किया है।
आप सोच रहे होंगे कि ऐसा क्यों? योग को अक्सर शांत और धीमी गति वाली चीज़ माना जाता है, जो शायद बड़े-बुज़ुर्गों के लिए ज़्यादा उपयुक्त है। लेकिन आज के मिलेनियल्स जो लगातार तनाव, वर्क-लाइफ बैलेंस की समस्याओं और डिजिटल दुनिया के दबाव से जूझ रहे हैं, उन्हें योग में एक बेहतरीन सहारा मिला है। योग उन्हें न सिर्फ़ शारीरिक रूप से फिट रखता है, बल्कि मानसिक शांति भी प्रदान करता है। यह उन्हें तेज़-तर्रार ज़िंदगी में एक ठहराव देता है, जहाँ वे खुद से जुड़ पाते हैं।
एक्स-जनरेशन भी नहीं पीछे!
सिर्फ़ मिलेनियल्स ही नहीं, 'एक्स जनरेशन' (X Generation) यानी 1960 से 1980 के बीच जन्मे लोग भी योग को ख़ूब अपना रहे हैं। सर्वे के मुताबिक, 70% एक्स-जनरेशन के लोग भी नियमित रूप से योग का अभ्यास करते हैं। यह दर्शाता है कि योग किसी एक आयु वर्ग तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हर उम्र के लोगों के लिए फ़ायदेमंद है। चाहे आप युवा हों, मध्यम आयु वर्ग के हों या वरिष्ठ नागरिक, योग हर किसी को कुछ न कुछ देता है।
योग सिर्फ़ व्यायाम नहीं, जीवनशैली है
यह रिपोर्ट सिर्फ़ आंकड़ों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक गहरी सच्चाई बताती है। योग अब सिर्फ़ कुछ शारीरिक आसन करने तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह एक संपूर्ण जीवनशैली बन गया है। यह आपको न सिर्फ़ लचीलापन, शक्ति और बेहतर शारीरिक स्वास्थ्य देता है, बल्कि यह आपके तनाव को कम करता है, आपकी एकाग्रता बढ़ाता है और आपकी नींद की गुणवत्ता में सुधार करता है। आज के दौर में जहां हर कोई भागदौड़ में लगा है, योग एक ऐसा मार्ग है जो हमें खुद से जोड़ता है और हमें भीतर से मज़बूत बनाता है।
शहरों और छोटे शहरों में भी योग की धूम
सर्वे सिर्फ़ बड़े शहरों तक ही सीमित नहीं था, बल्कि इसमें छोटे शहरों के लगभग 1,000 लोगों को भी शामिल किया गया। इससे पता चलता है कि योग का प्रचार-प्रसार सिर्फ़ महानगरों तक ही नहीं, बल्कि पूरे देश में हो रहा है। लोग अब अपने स्वास्थ्य के प्रति ज़्यादा जागरूक हो रहे हैं और योग को एक प्रभावी समाधान के रूप में देख रहे हैं।
आज शनिवार 21 जून 2025 को जब हम अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मना रहे हैं, यह रिपोर्ट हमें प्रेरणा देती है कि हमें भी योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाना चाहिए। चाहे आप सुबह कुछ देर के लिए योग करें या शाम को, इसके फ़ायदे अनगिनत हैं। यह आपको एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन जीने में मदद करेगा।
क्या आप भी योग को अपनी ज़िंदगी में शामिल करने के बारे में सोच रहे हैं? या आप पहले से ही योग करते हैं? नीचे कमेंट बॉक्स में अपनी राय ज़रूर साझा करें और हमें बताएं कि योग ने आपकी ज़िंदगी में क्या बदलाव लाए हैं!
International Yoga Day 2025 | international yoga day |