Advertisment

मुनीर-ट्रंप के लंच पर ईरान आग-बबूला, कहा अगर तीसरा शामिल हुआ तो गंभीर होंगे परिणाम

ईरानी दूतावास के उप मिशन प्रमुख जावेद हुसैनी ने शुक्रवार को कहा कि अगर इस संघर्ष में कोई तीसरा पक्ष शामिल हुआ, तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि पाकिस्तान हमारे साथ खड़ा रहेगा। 

author-image
Mukesh Pandit
एडिट
Trump-Munir
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। वाशिंगटन स्थित व्हाइट हाउस में पाकिस्तानी फील्ड मार्शल असीम मुनीर और अमेरिकी राष्ट्रपति के लंच को लेकर ईरान भड़क गया है और पाकिस्तान को चेतावनी दे डाली नई दिल्ली स्थित ईरानी दूतावास के उप मिशन प्रमुख जावेद हुसैनी ने शुक्रवार को कहा कि अगर इस संघर्ष में कोई तीसरा पक्ष शामिल हुआ, तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि पाकिस्तान हमारे साथ खड़ा रहेगा। पाकिस्तान को समझना होगा कि अगर इजरायल को आज नहीं रोका गया तो आगे कई और देश हमला झेलेगा।

Advertisment

यह इसरायल और ईरान का संघर्ष

एक समाचार एजेंसी से जावेद हुसैनी ने कहा कि यह इसरायल और ईरान का संघर्ष है। किसी तीसरे पक्ष का इसमें आना जटिलता बढ़ाएगा। हमारे पास कुछ अघोषित शक्तियां हैं, जिन्हें हमने भविष्य के लिए सुरक्षित रखा है। यह बयान तब सामने आया, जब उनसे पाकिस्तान सेना फील्ड मार्शल असीम मुनीर की व्हाइट हाउस में डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात पर सवाल किया गया। हुसैनी ने कहा, “हम चेतावनी देते हैं कि अगर कोई तीसरा पक्ष इस युद्ध में शामिल होता है तो इसके गंभीर नतीजे होंगे।”

मुनीर की गतिविधियों पर उठे सवाल

Advertisment

ईरानी अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि उन्होंने हाल ही में असीम मुनीर की अमेरिका यात्रा को नोट किया है। कुछ हफ्ते पहले ही उन्होंने ईरान का दौरा कर सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामनेई से मुलाकात की थी और अब वे डोनाल्ड ट्रंप से भी मिले हैं। सोशल मीडिया पर इस पर सवाल उठाए जा रहे हैं कि पाकिस्तान, जो ईरान का पड़ोसी देश है, वास्तव में किस पक्ष में खड़ा है-तेहरान या वॉशिंगटन?

भारत को लेकर कोई नाराजगी नहीं: तेहरान

हुसैनी ने भारत को लेकर किसी प्रकार की नाराजगी से इनकार करते हुए कहा कि “तेहरान को भारत से भविष्य में और बेहतर समझ और सहयोग की उम्मीद है.” ईरानी राजनयिक ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी इसरायल के इशारों पर काम कर रही है और G7 देश हमेशा इसरायल का पक्ष लेते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि ईरान NPT (परमाणु अप्रसार संधि) का हस्ताक्षरकर्ता है, लेकिन हम बिना शर्त आत्मसमर्पण नहीं करेंगे।” यह बयान डोनाल्ड ट्रंप द्वारा सोशल मीडिया पर बिना शर्त आत्मसमर्पण लिखे जाने के बाद आया है। 

Advertisment

ऑपरेशन सिंधु: ईरान का भारत को समर्थन जारी

ईरान ने भारत द्वारा शुरू किए गए ऑपरेशन सिंधु को पूरा सहयोग देने की बात भी दोहराई है। इस अभियान के तहत ईरान‑इसरायल संघर्ष में फंसे भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकालने का प्रयास किया जा रहा है। ईरान की महन एयर की तीन चार्टर्ड फ्लाइट्स जल्द ही मशहद से दिल्ली रवाना होंगी और छात्रों को बैचों में निकाला जाएगा। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि ईरान में लगभग 10,000 भारतीयों में से 1,000 को पहले ही सुरक्षित निकाला जा चुका है, और बाकी को निकालने के लिए भी फ्लाइट्स जारी रहेंगी। india iran relations | india iran | iran | iran crisis indian response | Iran Evacuation India not present in content

india iran relations india iran iran iran crisis indian response Iran Evacuation India
Advertisment
Advertisment