नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत की तीनों सेनाएं उच्च स्तर की सैन्य तैयारी का प्रदर्शन कर रही हैं। इसी कड़ी में भारतीय नौसेना ने हाल ही में अरब सागर में पोत विध्वंसक युद्धाभ्यास (Anti-Ship Strike Drill) को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। इस अभ्यास में भारतीय नौसेना के युद्धपोतों ने लंबी दूरी की एंटी-शिप मिसाइलों का सफल परीक्षण किया, जिससे नौसेना की सटीक आक्रामक क्षमता और तत्परता का प्रदर्शन हुआ।
नौसेना हर तरह से युद्ध के लिए तैयार
भारतीय नौसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह अभ्यास पोतों, प्रणालियों और चालक दल की तत्परता को पुनः प्रमाणित करने और उनकी क्षमताओं को प्रदर्शित करने के लिए किया गया। उन्होंने कहा कि नौसेना “हर समय, कहीं भी, हर तरह से युद्ध के लिए तैयार है। यह सैन्य अभ्यास ऐसे समय में हुआ है जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा हुआ है। 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। यह हमला घाटी में 2019 के पुलवामा हमले के बाद सबसे घातक माना जा रहा है।
समुद्री सीमाओं की रक्षा में पूरी तरह सक्षम है भारत
नौसेना की इस कार्रवाई के पीछे रणनीतिक उद्देश्य यह है कि भारत अपनी समुद्री सीमाओं की रक्षा में पूरी तरह सक्षम और सजग है। इसी के तहत स्वदेशी विमानवाहक पोत INS विक्रांत को भी अरब सागर में तैनात किया गया है, जिसे एक अहम रणनीतिक कदम के तौर पर देखा जा रहा है।
सेना किसी भी चुनौती के लिए तैयार
सैटेलाइट तस्वीरों में INS विक्रांत को अरब सागर की ओर बढ़ते हुए देखा गया, जो इस बात का संकेत है कि भारतीय नौसेना किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। सेना के सूत्रों के अनुसार इस तरह के अभ्यास शत्रु के जहाजों को लक्षित करने और समुद्री प्रभुत्व बनाए रखने के लिए बेहद अहम हैं। इस बीच देशभर में पहलगाम हमले को लेकर गुस्सा है और जनमानस इस बात की प्रतीक्षा कर रहा है कि भारत आतंकवाद को समर्थन देने वाले पाकिस्तान को किस तरह जवाब देगा। भारतीय सेना के तीनों अंगों ने यह स्पष्ट किया है कि वे किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए पूर्ण रूप से तैयार हैं।