नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। माशाल्लाह माशाल्लाह चेहरा है माशाल्लाह.... बॉलीवुड के भाईजान सलमान खान पर फिल्माये गए इस गाने की शूटिंग तुर्की के इंस्तानबुल शहर में हुई थी। इंस्तानबुल में कई भारतीय फिल्मों की शूटिंग हुई है। यह भारत और तुर्की के अच्छे संबंधों को दिखाता था, लेकिन पिछले दिनों पाकिस्तान के साथ हुई सैन्य कार्रवाई में तुर्की द्वारा पाकिस्तान का साथ देने का खामियाजा अब उन्हें भुगतना होगा। तुर्की के आर्थिक रूप से सबसे मजबूत शहर इंस्तानबुल में अब शायद ही भारतीय फिल्मों की शूटिंग हो , ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि पाकिस्तान का आतंकवाद पर साथ देने के चलते भारत ने तुर्की को अब सबक सिखाने की ठान ली है। भारत ने तुर्की और वहां की कई कंपनियों के साथ अपने कई समझौते रद्द कर दिए हैं, इतना ही नहीं अब आतंकवाद का साथ देने की सजा भारत कड़े रूप में तुर्की को भी देने की रणनीति बना चुका है।
तुर्की को लगेगा तगड़ा आर्थिक झटका
भारत ने तुर्की को सबक सिखाने की ठान ली है। देश में बॉयकॉट तुर्की ट्रेंड कर रहा है। ऐसे में आने वाले समय में भारतीय फिल्म इंडस्ट्री तुर्की को लेकर सख्त रुख अपना सकती हैं। तुर्की के इस शहर में कई भारतीय फिल्मों की शूटिंग हुई है।
1. "मय्या मय्या" – फिल्म: गुरु (2007)
अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या राय की फिल्म गुरु का प्रसिद्ध गीत "मय्या मय्या" इस्तांबुल के नूरउस्मानिये मस्जिद में फिल्माया गया था। यह मस्जिद अपनी भव्यता और ऐतिहासिक महत्व के लिए जानी जाती है।
2. "माशाल्लाह" – फिल्म: एक था टाइगर (2012)
सलमान खान और कैटरीना कैफ की फिल्म एक था टाइगर का गाना "माशाल्लाह" इस्तांबुल के विभिन्न स्थलों पर शूट किया गया था, जिसमें ग्रैंड बाजार, हागिया सोफिया और सुल्तान अहमद मस्जिद शामिल हैं।
3. "फिर भी ये ज़िंदगी" – फिल्म: दिल धड़कने दो (2015)
ज़ोया अख्तर की फिल्म दिल धड़कने दो का गाना "फिर भी ये ज़िंदगी" इस्तांबुल और तुर्की के अन्य हिस्सों में शूट किया गया था, जिसमें बोस्फोरस स्ट्रेट और क्रूज़ पोर्ट जैसे स्थान शामिल हैं।
4. "कुन फाया कुन" – फिल्म: रॉकस्टार (2011)
हालांकि यह गाना इस्तांबुल में शूट नहीं हुआ, लेकिन यह उल्लेखनीय है कि फिल्म रॉकस्टार के इस सूफी गीत की शूटिंग दिल्ली के निज़ामुद्दीन दरगाह में की गई थी, जो सूफी संगीत का एक प्रमुख केंद्र है।
मालद्वीव के बाद तुर्की को सबक सिखाने का समय
प्रधानमंत्री मोदी ने लक्षद्वीप की यात्रा के दौरान वहां के प्राकृतिक सौंदर्य को उजागर करते हुए सोशल मीडिया पर तस्वीरें साझा कीं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मालदीव सरकार के तीन मंत्रियों मल्शा शरीफ, मरियम शिउना और अब्दुल्ला मझूम माजिद ने पीएम मोदी और भारत के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां कीं, जिन्हें भारत में व्यापक निंदा का सामना करना पड़ा। इस घटना के बाद, भारत में #BoycottMaldives अभियान शुरू हुआ, जिससे मालदीव में भारतीय पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय कमी आई। 2023 में, भारत मालदीव का सबसे बड़ा पर्यटन बाजार था, लेकिन 2024 की शुरुआत में यह पांचवें स्थान पर खिसक गया।