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रेबीज का इंजेक्शन न लगवाना स्टेट लेवल Kabaddi Player को पड़ा भारी, तड़प-तड़पकर हुई मौत

अमूमन लोग किसी के जानवर के काटने को हल्के में ले लेते हैं और रेबीज का इंजेक्शन नहीं लगवाते हैं। रेबीज का इंजेक्शन न लगवाना एक स्टेट लेवल कबड्डी प्लेयर को भारी पड़ गया और उसकी मौत हो गई।

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Pratiksha Parashar
kabaddi player brijesh solanki
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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क कुत्ते-बंदर जैसे जानवरों के काटने पर रेबीज जैसी गंभीर बीमारी होने का खतरा रहता है। आमतौर पर कुत्ते के काटने को लोग मामूली घटना समझकर इग्नोर कर देते हैं और रेबीज का इंजेक्शन नहीं लगवाते हैं। यह लापरवाही मौत की वजह बन सकती है। हाल ही में उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर (Bulandshahr) से ऐसा ही एक मामला सामने आया है। बुलंदशहर में कुत्ते के काटने से एक कबड्डी खिलाड़ी ब्रजेश सोलंकी की तड़प-तड़पकर मौत हो गई। दरअसल, मार्च महीने में अपने गांव में एक नाले में गिरे पिल्ले को बचाते वक्त उन्हें पिल्ले ने काट लिया था। उस समय उन्होंने इसे हल्का मामला समझकर एंटी-रेबीज इंजेक्शन नहीं लगवाया। यही लापरवाही उनकी मौत की वजह बन गई।

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पिल्ले को बचाया, अपनी जान गंवाई

24 वर्षीय ब्रजेश सोलंकी बुलंदशहर जिले के रहने वाले थे और राज्य स्तर पर कबड्डी में गोल्ड मेडल जीत चुके थे। मार्च में गांव की नाली में एक पिल्ला गिर गया था, जिसे ब्रजेश ने बाहर निकाला। इसी दौरान पिल्ले ने उनके दाएं हाथ की उंगली में काट लिया। उन्होंने उस घाव को मामूली समझा और इलाज नहीं करवाया।

अचानक बिगड़ी तबीयत, फिर मौत

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मार्च के बाद कुछ महीनों तक ब्रजेश बिल्कुल ठीक थे। लेकिन 26 जून की सुबह जब वे उठे तो उनके दाएं हाथ में झुनझुनी और सुन्नपन महसूस हुआ। धीरे-धीरे ये असर पूरे शरीर में फैल गया। हालत बिगड़ती देख परिजनों ने उन्हें पहले अलीगढ़ के जीवन ज्योति अस्पताल, फिर मेडिकल कॉलेज, और बाद में मथुरा के एक आयुर्वेदिक केंद्र और दिल्ली के जीटीबी अस्पताल तक ले गए। वहां डॉक्टरों ने रेबीज की पुष्टि की और इलाज में असमर्थता जताई। अगले दिन 27 जून को जब उन्हें गांव लाया जा रहा था, तो रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।

प्रो कबड्डी लीग की कर रहे थे तैयारी

ब्रजेश ने फरवरी 2025 में स्टेट लेवल कबड्डी में गोल्ड मेडल जीता था और प्रो कबड्डी लीग 2026 की तैयारी में जुटे थे। उनकी मौत ने न सिर्फ परिवार, बल्कि खेल जगत को भी झकझोर दिया है। इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि जानवर के काटने को कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए। डॉक्टरों का कहना है कि किसी भी जानवर के काटने के बाद तुरंत एंटी-रेबीज इंजेक्शन लगवाना बेहद जरूरी होता है, वरना नतीजा जानलेवा हो सकता है। up news | trending news | bulandshahr 

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