नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क । कर्नाटक में राजीव गांधी आवास योजना (Rajiv Gandhi Housing Scheme) को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है जिसने पूरे राज्य में हड़कंप मचा दिया है। एक वायरल ऑडियो रिकॉर्डिंग में कर्नाटक राज्य नीति एवं योजना आयोग के उपाध्यक्ष और कांग्रेस विधायक बीआर पाटिल (Congress MLA BR Patil) खुद स्वीकार कर रहे हैं कि बिना घूस दिए गरीबों को घर नहीं मिल रहा है। उनके ये शब्द – "धंधा चल रहा है क्या?" – कांग्रेस सरकार की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाते हैं। यह घटना एक बार फिर दिखाती है कि कैसे गरीबों के लिए बनी योजनाएं भी भ्रष्टाचार (Corruption) का अड्डा बन जाती हैं। जब जनता के प्रतिनिधि ही गरीबों का हक मारने लगें, तो ऐसे में आम आदमी कहां जाए? इस वायरल ऑडियो की रिकॉर्डिंग को भाजपा नेता अमित मालवीय ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट किया है। आइए जानें क्या है पूरा मामला...
राजीव गांधी आवास योजना: भ्रष्टाचार का नया अध्याय?
राजीव गांधी आवास योजना (Rajiv Gandhi Housing Scheme) का उद्देश्य बेघर और गरीब परिवारों को किफायती घर उपलब्ध कराना है। लेकिन, कर्नाटक से सामने आई ये खबर इस नेक मकसद पर पानी फेरती नजर आ रही है। वायरल ऑडियो में कर्नाटक राज्य नीति एवं योजना आयोग के उपाध्यक्ष और कांग्रेस विधायक बीआर पाटिल (Congress MLA BR Patil) एक मंत्री से बात करते हुए साफ-साफ कह रहे हैं कि इस योजना में 'धंधा चल रहा है' और बिना घूस दिए किसी को घर नहीं मिल रहा है। यह सिर्फ एक विधायक का बयान नहीं, बल्कि व्यवस्था में फैले भ्रष्टाचार (Corruption) का जीता-जागता सबूत है। ये वही लोग हैं जो गरीबों के नाम पर राजनीति करते हैं, लेकिन जब उनके लिए कुछ करने की बात आती है, तो सिर्फ अपना फायदा देखते हैं।
गरीबों के सपनों पर 'धांधली' की चोट
सोचिए, एक गरीब परिवार पाई-पाई जोड़कर अपने आशियाने का सपना देखता है। सरकारें उन्हें उम्मीद देती हैं कि राजीव गांधी आवास योजना (Rajiv Gandhi Housing Scheme) जैसी योजनाएं उनके सपने पूरे करेंगी। लेकिन जब उन्हीं योजनाओं में भ्रष्टाचार (Corruption) और धांधली चरम पर हो, तो उन गरीबों के दिल पर क्या बीतती होगी? विधायक बीआर पाटिल (Congress MLA BR Patil) का बयान इस बात को पुख्ता करता है कि कैसे गरीबों के हक को लूटा जा रहा है। ये सिर्फ एक घर की बात नहीं है, ये लाखों-करोड़ों गरीबों के सपनों और उनके विश्वास की बात है। जब सत्ता में बैठे लोग ही गरीबों की आड़ में अपनी जेब भरने लगें, तो इससे बड़ी विडंबना और क्या होगी?
कांग्रेस और भ्रष्टाचार: क्या ये सिक्के के दो पहलू हैं?
कर्नाटक में राजीव गांधी आवास योजना (Rajiv Gandhi Housing Scheme) में हुए इस खुलासे ने कांग्रेस पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। विपक्ष हमेशा से कांग्रेस पर भ्रष्टाचार (Corruption) के आरोप लगाता रहा है, और अब यह मामला उन आरोपों को और बल देता है। यह कोई पहला मौका नहीं है जब कांग्रेस सरकार पर गरीबों के लिए बनी योजनाओं में धांधली का आरोप लगा हो। ऐसा लगता है जैसे भ्रष्टाचार और कांग्रेस एक सिक्के के दो पहलू बन चुके हैं। वे शासन करने के बजाय शोषण करते हैं, और सेवा करने के बजाय घोटाले करते हैं। ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमी है कि क्या कांग्रेस वास्तव में गरीबों के हित के लिए काम करती है, या सिर्फ उनके नाम पर अपनी रोटियां सेंकती है?
यह घटना आपको अंदर तक झकझोर देती है, है ना? गरीबों के आशियाने पर हुए इस 'भ्रष्टाचार' को लेकर आपके क्या विचार हैं? क्या आपको लगता है कि ऐसे नेताओं पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए? नीचे कमेंट बॉक्स में अपनी राय जरूर बताएं और इस खबर को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएं ताकि ऐसे भ्रष्टाचार पर रोक लग सके!
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