श्रीनगर, वाईबीएन डेस्क। पहलगाम आतंकी हमले के बाद सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (Mahbooba Mufti) मीडिया के सामने खुलकर आई हैं। घाटी में आर्टिकल 370 को लेकर विवादित और भड़काऊ बयान दे चुकी महबूबा मुफ्ती ने पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान का नाम लिए बिना गृहमंत्री से मांग की कि घाटी में जिन लोगों ने यह हमला किया है , उन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। इस दौरान पीडीपी नेता ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में स्थानीय लोगों से भी बातचीत की। इस मुलाकात के बाद दिए अपने एक बयान में उन्होंने पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा बढ़ाने और घोड़ा चलाने वालों, होटल-टैक्सी संचालकों की मदद करने की भी मांग की है। हालांकि इस दौरान कुछ लोगों ने उनके बयान पर तंज भी कसे हैं, लोगों का कहना है कि कभी भारतीय सेना के लिए विवादित बयान देने वाली महबूबा आज उनसे ही मदद की गुहार लगा रही हैं।
दहशतगर्दों पर कार्रवाई करें- महबूबा मुफ्ती
विदित हो कि महबूबा मुफ़्ती ने स्थानीय लोगों के साथ बातचीत के बाद दिए अपने बयान में कहा - "22 अप्रैल की घटना पहलगाम के लोगों के लिए एक सदमा थी। कश्मीरियों ने कोशिश की ज्यादा से ज्यादा पर्यटकों की जान बचाने की। मेरी गृह मंत्री से अपील है कि जिन्होंने ये दहशतगर्दी की है उनके खिलाफ आप कार्रवाई करें।"
महबूबा मुफ्ती ने की ये डिमांड
महबूबा मुफ्ती ने कहा, "जब इस समय भी पर्यटक यहां आते हैं, वह दिखाते हैं कि हम डरे नहीं हैं, लेकिन आप लोग पर्यटन स्थल बंद किए हुए हैं। आप वहां (पर्यटक स्थलों) पर सुरक्षा बलों को तैनात कर दीजिए। मैं सरकार से अपील करती हूं कि पर्यटकों को घोड़े उपलब्ध कराने वालों को वित्तीय सहायता दी जाए और होटल और टैक्सी संचालकों द्वारा लिए गए ऋण को इस वर्ष के लिए ब्याज मुक्त किया जाए।"
नदी में मिले युवक की मौत पर सवाल
इम्तियाज अहमद मगरे की मौत को लेकर सवाल खड़े करते हुए उन्होंने कहा "कुलगाम में एक नदी से एक और शव बरामद किया गया है, जिससे गड़बड़ी के गंभीर आरोप लगे हैं। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि इम्तियाज मगरे को दो दिन पहले सेना ने उठाया था और अब रहस्यमय तरीके से उसका शव नदी से मिला है।"
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