नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्कः पुणे की एक अदालत ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की एक याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें दावा किया था कि विनायक सावरकर मानहानि मामले में शिकायतकर्ता सत्यकी सावरकर ने जानबूझकर अपने वंश के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य छिपाए हैं। राहुल का कहना था कि वह महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के छोटे भाई गोपाल विनायक गोडसे की पोती हैं। राहुल ने अदालत से सत्यकी सावरकर के वंश की पड़ताल करने का आग्रह किया था लेकिन मजिस्ट्रेट अमोल श्रीराम शिंदे ने याचिका खारिज कर दी।
अदालत बोली- मामला मानहानि का, वंश का नहीं
अदालत ने कहा कि मामला शिकायतकर्ता के वंश से संबंधित नहीं है। इसकी जांच करने की आवश्यकता नहीं है। अदालत ने कहा। 28 मई के आदेश में कहा गया है कि यह मामला दिवंगत श्रीमती हिमानी अशोक सावरकर से संबंधित नहीं है और न ही उनके परिवार का कोई संबंध है। इस मामले में कोई विवाद नहीं है। इसलिए अदालत को आरोपी के आवेदन में कोई मैरिट नहीं दिख रही। मामले को आगे जांच के लिए भेजने की भी कोई जरूरत नहीं है। इसलिए आवेदन को खारिज किया जाता है।
सावरकर पर टिप्पणी के लिए राहुल पर दर्ज हुआ है केस
सत्यकी ने मानहानि के केस में राहुल गांधी पर मार्च 2023 में लंदन में विनायक दामोदर के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया था। सत्यकी ने दावा किया कि गांधी ने सावरकर के लेख से एक घटना का हवाला दिया था जिसमें सावरकर ने एक मुस्लिम व्यक्ति पर हमले को अच्छा बताया था। सत्यकी ने सावरकर के लेख में इस तरह के किसी अंश के अस्तित्व से इन्कार किया और भारतीय दंड संहिता की धारा 500 (मानहानि) के तहत गांधी को दोषी ठहराए जाने और धारा 357 सीआरपीसी के तहत मुआवजे की मांग करते हुए अदालत का रुख किया।
गोडसे का हवाला देकर राहुल बोले- ऐसे तो मानहानि नहीं हो सकती
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि सत्यकी ने अपने वंश का खुलासा करने से परहेज किया। राहुल ने कहा कि उनको मिली जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता स्वर्गीय श्रीमती हिमानी अशोक सावरकर की मां गोपाल विनायक गोडसे की बेटी हैं, जो नाथूराम विनायक गोडसे के छोटे भाई हैं। नाथूराम ने 1948में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या की थी और 1949 में नारायण आप्टे के साथ उसे फांसी पर लटका दिया गया था। राहुल गांधी के अनुसार गोडसे और सावरकर परिवारों के बीच वैचारिक और रक्त का संबंध हैं। यह ऐतिहासिक तथ्य विनायक दामोदर सावरकर की प्रतिष्ठा और विरासत का आकलन करने के लिए महत्वपूर्ण है। राहुल ने कहा कि सत्यकी का पारिवारिक संबंध यह तय कर देता है कि मानहानि हुई या नहीं।
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