नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने आतंकी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर के प्रमुख फैज-उल-हुसैन के खिलाफ चार्जशीट दायर की है। फैज-उल-हुसैन के ऊपर भारत विरोधी एजेंडे को अंजाम देने के लिए प्रतिबंधित आतंकवादी समूह की "हिंसक विचारधारा को बढ़ावा देने और युवाओं को भड़काने" का आरोप लगाया गया है। वह जम्मू-कश्मीर में देश विरोधी हिंसक एजेंडे पर काम कर रहा था। इतना ही नहीं हिज्ब-उत-तहरीर का ये आतंकी मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथी बनने के उकसाता था।
सातवां आरोपी है हुसैन
आतंकवाद-रोधी एजेंसी ने चेन्नई (तमिलनाडु) के पूनमल्ली में NIA की विशेष अदालत के समक्ष भारतीय दंड संहिता (IPC) और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के विभिन्न प्रावधानों के तहत फैज़-उल-हुसैन के खिलाफ अपना आरोपपत्र दायर किया है। आधिकारिक बयान के अनुसार, इस मामले में हुसैन सातवां आरोपी है, जिसके खिलाफ आरोप पत्र दायर किया गया है।
मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथी बनाता था हुसैन
तमिलनाडु में हिज्ब-उत-तहरीर के "नकिब/अमीर (प्रमुख)" हुसैन को 8 अक्टूबर 2024 को मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और भारत में इस्लामी खिलाफत स्थापित करने के लिए समूह के हिंसक एजेंडे का "प्रचार" करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। NIA की जांच के मुताबिक, वह अलगाववादी विचारधारा को बढ़ावा देकर असंतोष फैलाने और सांप्रदायिक कलह को भड़काने के लिए कथित तौर पर राष्ट्र विरोधी सामग्री का प्रसार कर रहा था। हुसैन ने कथित तौर पर कश्मीर को भारत से अलग करने की वकालत की, तथा "भारत-अधिकृत कश्मीर को आजाद कराने" के लिए पाकिस्तानी सेना द्वारा सैन्य हस्तक्षेप का आग्रह किया।
हिज्ब-उत-तहरीर क्या है?
आपको बता दें कि हिज्ब-उत-तहरीर एक अंतरराष्ट्रीय इस्लामिक संगठन है, जिसे भारत सरकार ने अक्टूबर 2024 में आतंकी संगठन घोषित किया था। हिज्ब-उत-तहरीर एक कट्टरपंथी संगठन है, जो इस्लामिक शासन लाने की वकालत करता है। ये कट्टरपंथी संगठन वैश्विक स्तर पर शरीयत को लागू करने के लिए खिलाफत की स्थापना करना चाहती है।