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Operation Sindoor की टाइमलाइन आई सामने, देखिए किस ठिकाने पर कितने बजे हुआ हमला

साल 1971 के बाद पाकिस्तान पर  हुए सबसे बड़े हमले की टाइमलाइन देश के सामने आ चुकी है। भारत द्वारा देर हुए एयर स्ट्राइक में सबसे पहले रात करीब 1 बजकर 4 मिनट पर कोटली को निशाना बनाया गया।

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Jyoti Yadav
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Operation Sindoor
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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क | साल 1971 के बाद पाकिस्तान पर  हुए सबसे बड़े हमले की टाइमलाइन देश के सामने आ चुकी है। भारत द्वारा देर हुए एयर स्ट्राइक में सबसे पहले रात करीब 1 बजकर 4 मिनट पर कोटली को निशाना बनाया गया। इसके बाद मुरीदके के कैम्प पर हमला किया गया। रात 1 बजकर 12 मिनट पर बहावलपुर में हमला हुआ। जिसमें जैश-ए मोहम्मद के कैम्प के ध्वस्त किया गया। इसके ठीक बाद सियालकोट के आतंकी कैम्प पर हमला हुआ। इसके 2 मिनट बाद मुज्फराबाद के आतंकी कैम्प इसके दो मिनट बाद बिंबर टेरर कैंप, चेक अमरू के टेरर कैम्प पर 1 बजकर 22 मिनट और फिर एडिशन टेरर कैम्प मुरीदके में 1 बजकर 28 मिनट पर हमला हुआ। इस तरह से कुल 9 आतंकी ठिकानों को भारत ने तबाह कर दिया। 

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इन 9 ठिकानों को भारत ने बनाया निशाना

भारतीय वायुसेना ने देर रात पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक कर वहां चल रहे आतंकी कैंपों को ध्वस्त कर दिया। भारतीय एयरफोर्स ने मिसाइलों के जरिए पाकिस्तान के बहावलपुर में जैश के मुख्यालय पर हमला किया, जो मसूद अजहर का ठिकाना था। भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तान, PoK में OperationSindoor के तहत लिए गए 9 ठिकानों में मरकज़ सुभान अल्लाह बहावलपुर, मरकज़ तैयबा, मुरीदके, सरजाल/तेहरा कलां महमूना जोया सुविधा, सियालकोट, मरकज़ अहले हदीस बरनाला, भिम्बर, मरकज़ अब्बास, कोटली, मस्कर राहील शाहिद, कोटली जिले में स्थित शामिल था। मुजफ्फराबाद में शावई नाला कैम और मरकज़ सैयदना बिलाल जैसी जगहों को निशाना बनाया। 

आपरेशन सिंदूर के नामकरण की पृष्ठभूमि

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‘ऑपरेशन सिंदूर’ का नाम 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले से प्रेरित है, जिसमें आतंकियों ने 26 नागरिकों, मुख्य रूप से हिंदू पुरुषों को निशाना बनाया था। इस हमले में कई महिलाएं विधवा हो गईं, जिनमें नवविवाहिताएं भी शामिल थीं। आतंकियों ने महिलाओं को छोड़ते हुए कहा था, जाओ, मोदी को बता देना। इस घटना ने देश में आक्रोश पैदा किया। ‘सिंदूर’ का नाम भारतीय संस्कृति में विवाहित महिलाओं के सुहाग और पति की लंबी उम्र के प्रतीक से जुड़ा है। पहलगाम हमले में मारे गए लोगों, खासकर लेफ्टिनेंट विनय नरवाल जैसे नवविवाहित पुरुषों की विधवाओं के सिंदूर को उजाड़ने की क्रूरता का बदला लेने के लिए इस ऑपरेशन का नाम ‘सिंदूर’ रखा गया। यह नाम आतंकवाद के खिलाफ भारत की निर्णायक कार्रवाई और पीड़ितों को न्याय दिलाने के संकल्प को दर्शाता है।

 

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