नई दिल्ली, आईएएनएस। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ( Pahalgam Terror Attack) के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। भारत सरकार ने इस बीच बड़ा एक बड़ा कदम उठाया है। केंद्र सरकार ने मंगलवार को पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का एक्स अकाउंट ब्लॉक कर दिया। यह कार्रवाई ऐसे समय में की गई है, जब आसिफ के सार्वजनिक रूप से स्वीकार किए जाने के बाद पाकिस्तान की भूमिका 'वैश्विक आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले धूर्त देश' के रूप में उजागर हो गई है।
आतंकवादी ट्रेनिंग देने का सच स्वीकारा
पिछले हफ्ते स्काई न्यूज के एक इंटरव्यू में जब आसिफ से पूछा गया कि क्या पाकिस्तान का आतंकवादी संगठनों को सपोर्ट, ट्रेनिंग और फंडिंग देने का लंबा इतिहास रहा है, इस पर आसिफ ने स्पष्ट रूप से इस बात को स्वीकारा था। इंटरव्यू में आसिफ ने कहा था, "हम लगभग तीन दशकों से संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएस) और ब्रिटेन सहित पश्चिम के लिए यह गंदा काम कर रहे हैं।”
भारत ने संयुक्त राष्ट्र में उठाया मुद्दा
उनकी टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारत ने संयुक्त राष्ट्र में इस मुद्दे को उठाया। संयुक्त राष्ट्र में भारत की उप स्थायी प्रतिनिधि राजदूत योजना पटेल ने इस बयान को आतंकवाद को बढ़ावा देने में पाकिस्तान के संलिप्त होने की स्पष्ट स्वीकृति बताया। आतंकवाद के पीड़ितों से जुड़े संयुक्त राष्ट्र के एक कार्यक्रम में पटेल ने कहा, "इस खुले कबूलनामे से किसी को आश्चर्य नहीं हुआ है और यह पाकिस्तान को एक धूर्त देश के रूप में उजागर करता है, जो वैश्विक आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है।" उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के प्रतिनिधि ने एक बार फिर भारत के खिलाफ दुष्प्रचार और निराधार आरोप लगाने के लिए अंतरराष्ट्रीय मंच का दुरुपयोग किया है, लेकिन सच्चाई अब सबके सामने आ चुकी है।
16 पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों पर भी बैन
आसिफ के एक्स अकाउंट को बैन करने का यह कदम भारत द्वारा 16 पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों पर प्रतिबंध लगाने के ठीक एक दिन बाद उठाया गया। बैन किए गए पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों का सब्सक्राइबर बेस 63 मिलियन है। ये चैनल भड़काऊ और सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील सामग्री फैला रहे थे। ब्लॉक किए गए कुछ प्रमुख पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों में डॉन न्यूज, एआरवाई न्यूज, बोल न्यूज, जियो न्यूज, समा टीवी और जीएनएन शामिल हैं। आतंकवादियों ने 22 अप्रैल को बैसरन घाटी में पर्यटकों के एक समूह पर गोलीबारी की थी, जिसमें 26 लोग मारे गए थे।