नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। पंचकूला में हुए सामुहिक आत्महत्या में कुछ और तथ्य सामने आए हैं। पुलिस ने मौके से सुसाइड नोट मिलने की बात भी कही है। डीसीपी पंचकूला हिमाद्री कौशिक ने बताया सामूहिक आत्महत्या करने वाला यह परिवार बागेश्वर धाम में हनुमंत कथा सुनने आया था और वापसी के दौरान यह दिलदहला देने वाली घटना घटी। सोमवार देर रात पुलिस को सूचना मिली कि पंचकूला सेक्टर-27 में मकान नंबर- 1204 के बाहर खड़ी कार में कुछ लोग अचेत अवस्था में हैं। उधर, उत्तराखंड की मीडिया सैल ने कहा कि यह परिवार देहरादून में किराए पर रहता था और कुछ दिन पहले यहां से छोड़कर पंचकूला शिफ्ट हो गए। उनके पास से मिली कार देहरादून के गंभीर सिंह नेगी की थी।
सातों की इलाज के दौरान मौत
मौके पर पहुंची पुलिस की ईआरवी टीम ने देखा कि कार में छह लोग तड़प रहे थे, जिन्हें तुरंत सेक्टर-26 के ओजस अस्पताल ले जाया गया। थोड़ी ही देर बाद कार के पास एक और व्यक्ति बेसुध हालत में मिला, जिसे सेक्टर-6 के नागरिक अस्पताल में भर्ती किया गया। मृतकों की पहचान प्रवीन मित्तल, उनके पिता देशराज मित्तल, पत्नी, मां, दो बेटियां और एक बेटे के रूप में हुई है। इलाज के दौरान सातों की मौत हो गई। पुलिस के अनुसार परिवार देहरादून का रहने वाला था और हाल ही में टूर एंड ट्रैवल्स का व्यवसाय शुरू किया गया था जिसमें भारी घाटा हुआ।
भारी कर्ज बना आत्महत्या की वजह
परिवार के करीबी सूत्रों के मुताबिक प्रवीन मित्तल आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे और उन पर भारी कर्ज था। इसी वजह से उन्होंने यह कदम उठाया। पुलिस को घटनास्थल से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें आर्थिक हालातों को मौत का कारण बताया गया है। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि वह कार के पास से गुजर रहा था जब उसने प्रवीन मित्तल को संदिग्ध हालत में देखा। प्रवीन ने बताया कि उनके परिवार के सदस्य कार में सो रहे हैं। जब चश्मदीद ने कार का दरवाजा खोला, तो सभी के मुंह से झाग निकल रहा था। प्रवीन ने यह भी स्वीकार किया कि उन्होंने भी जहर खा लिया है और जल्द ही उनकी भी मौत हो जाएगी। इस दर्दनाक घटना ने पूरे पंचकूला इलाके और पुलिस महकमे को हिला कर रख दिया है। फिलहाल पुलिस मामले की विस्तृत जांच कर रही है।