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Parliament Question: राममंदिर के निर्माण के बाद अयोध्या में धार्मिक पर्यटन को लगे पंख, 16 करोड़ श्रद्धालु पहुंचे

राम मंदिर निर्माण के बाद धार्मिक नगरी अयोध्या में धार्मिक पर्यटन में आशातीत वृद्धि हुई है और जिले में श्रद्धालुओं के आने की  संख्या 2020 के 60 लाख से बढ़कर 2024 में 16 करोड़ से अधिक हो गई है। भारत में धार्मिक पर्यटन काफी तेजी से बढ़ रहा है।

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Mukesh Pandit
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नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क। 

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राम मंदिर निर्माण के बाद उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी अयोध्या में धार्मिक पर्यटन में आशातीत वृद्धि हुई है और जिले में श्रद्धालुओं के आने की  संख्या 2020 के 60 लाख से बढ़कर 2024 में 16 करोड़ से अधिक हो गई है। भारत में धार्मिक पर्यटन काफी तेजी से बढ़ रहा है। वित्त वर्ष 2024 में यह 40 हजार करोड़ था, जो वित्त वर्ष 2032 तक 90 हजार करोड़ से अधिक होने का अनुमान है। केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में संसद में बताया कि राम मंदिर निर्माण के बाद अयोध्या में धार्मिक पर्यटन में काफी वृद्धि हुई है, जिसमें उत्तरोत्तर वृद्धि हो रही है।

धार्मिक स्थलों का होगा पुनरुद्धार 

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केंद्रीय पर्यटन मंत्री शेखावत के अुसार, अयोध्या के पर्यटन आंकड़ों के अनुसार, जिले में आगंतुकों की कुल संख्या 2020 के 60,22,618 से बढ़कर 2024 में 16,44,19,522 हो गई है। उनसे पूछा गया था कि क्या सरकार ने देश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए धार्मिक स्थलों के पुनरुद्धार के लिए कोई कदम उठाया है। मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह पिछले साल 22 जनवरी को हुआ था, जब मंदिर का आंशिक निर्माण किया गया था । फिलहाल श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के तहत पूरे ढांचे को पूरा करने के लिए काम चल रहा है। फिलहाल मंदिर में अगले चरण का काम चल रहा है और अगले वर्ष तक मंदिर का पूर्ण निर्माण हो जाएगा। आकंडों के अनुसार वित्त वर्ष 2024 में भारत के धार्मिक पर्यटन लगभग 40 हजार करोड़ का था, जिसके वित्त वर्ष 2032 तक 90 हजार करोड़ पहुंचने का अनुमान है। धार्मिक पर्यटन दुनिया भर से पर्यटकों को आकर्षित करता है। इसमें मंदिर, मस्जिद, चर्च, मठ और अन्य स्थलों जैसे पवित्र स्थानों के संबंध में विविध विकल्प शामिल हैं, जो देश को धार्मिक परंपराओं के लिए एक समृद्ध विरासत स्थल बनाते हैं।

तिरुपित देवस्नानम में पहुंचते हैं काफी श्रद्धालु

धार्मिक प्राथमिकताओं और श्रद्धालुओं तथा पर्यटकों की यात्रा शैलियों के आधार पर, इसमें संगठित और असंगठित दोनों क्षेत्रों का मिश्रण है। संगठित क्षेत्र यात्रियों के लिए विशेष सेवाओं सहित सुव्यवस्थित टूर पैकेज प्रदान करता है। यह मुख्य रूप से परिवार समूह यात्रा की तलाश करने वाले लोगों द्वारा पसंद किया जाता है। असंगठित क्षेत्र ज्यादातर उन लोगों को सेवा प्रदान करता है जिन्हें यात्रा करने का अनुभव है या जो मुख्य रूप से अकेले यात्रा करते हैं और अपनी पसंद के साथ लचीले हैं। अप्रैल 2024 में, तिरुमाला में भगवान वेंकटेश्वर मंदिर के प्रबंधन की देखभाल करने वाले तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) ने जुलाई के लिए विशेष प्रवेश दर्शन टिकट की सुविधा देती है। ऑनलाइन पर्यटन कंपनियाँ अपने उपभोक्ताओं को बुकिंग में आसानी प्रदान करती हैं। पारंपरिक खरीदार आम तौर पर ऑफ़लाइन बुकिंग के लिए जाते हैं, क्योंकि कार्यालय जाने से कंपनी की विश्वसनीयता में विश्वास विकसित होता है।

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धार्मिक पर्यटन के क्षेत्र में कई कंपनियां कार्यरत

अप्रैल 2024 में, धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन की बढ़ती मांग के साथ, टूर एंड ट्रैवल कंपनी थॉमस कुक (इंडिया) लिमिटेड ने अपनी सहायक कंपनी एसओटीसी के साथ मिलकर यात्रियों के लिए आदि कैलाश और ओम पर्वत के हवाई दर्शन के लिए उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड के साथ सहयोग किया। धार्मिक पर्यटन पर धार्मिक त्योहारों और आयोजनों के प्रचार का बहुत अधिक प्रभाव पड़ता है। इस तरह के प्रचार हर साल लाखों घरेलू और विदेशी पर्यटकों को देश में आकर्षित करते हैं। ये त्यौहार और आयोजन आस्थावानों का उत्साह बढ़ाते हैं और पैसे लाकर, पहले से स्थापित कंपनियों की सहायता करके और नए उद्यमों को आकर्षित करके घरेलू अर्थव्यवस्था को मजबूत करते हैं। उदाहरण के लिए, 22 जनवरी, 2024 को अयोध्या के राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की घोषणा, जिसमें लगभग 7,000 विशेष आमंत्रितों ने भाग लिया, ने देश में धार्मिक पर्यटन में उछाल ला दिया। मंदिर के उद्घाटन और आम जनता के लिए खोले जाने के बाद दुनिया भर से लोग इसे देखने के लिए आकर्षित हुए।

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