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महंगाई की मार: सरकार ने पेट्रोल- डीजल पर बढ़ाई एक्साइज डयूटी, रसोई गैस पर 50 रुपये बढ़े

कल से देश भर में पेट्रोल और डीजल पर लगने वाली एक्साइज डयूटी बढ़ जाएगी। दूसरी ओर सरकार ने घरेलू रसोई गैस पर 50 रुपये प्रति सिलेंडर की बढ़ोत्तरी हो गई है।

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Dhiraj Dhillon
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कल से देश भर में पेट्रोल और डीजल महंगा होने जा रहा है। पेट्रोल और डीजल के दामों में यह वृद्धि केंद्रीय उत्पाद शुल्क बढ़ने के कारण होने वाली है।भारत सरकार के वित्त मंत्रालय की ओर से इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी गई है। अधिसूचना के मुताबिक पेट्रोल और डीजल के रेट पर दो- दो रुपये सेंट्रल एक्साइज डयूटी बढ़ाई गई है। नई दरें कल (8 अप्रैल, 2025) से लागू होंगी। इस बढ़ोत्तरी से पेट्रोल पर प्रति लीटर 13 रुपये और डीजल पर 10 रुपये एक्साइज डयूटी लगेगी। अब तक यह रेट क्रमशः 11 और आठ रुपये था। इससे पहले 2019 में एक्साइज डयूटी बढ़ाई गई थी।
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रसोई गैस के सिलेंडर पर 50 रुपये की बढ़ोत्तरी

सरकार ने घरेलू रसोई गैस के सिलेंडर पर 50 रुपये की बढ़ोत्तरी का ऐलान किया है। अब उज्जवला योजना के ला‌भार्थियों को एक सिलेंडर के ल‌िए 550 रुपये और अन्य उपभोक्ताओं को 853 रुपये चुकाने होंगे। बता दें कि सरकार ने पिछले सप्ताह कमर्शियल एजपीजी सिलेंडर में भी इतने ही रुपये की बढ़ोत्तरी को ऐलान किया था।
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जानिए पेट्रोल- डीजल के दाम पर कितना असर पड़ेगा

एक्साइज डयूटी में इजाफे का पेट्रोल और डीजल के रिटेल प्राइस पर कितना असर पड़ेगा, इस संबंध में अभी तक कोई अधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि सूत्रों का काम कहना है तेल कंपनियां फिलहाल दामों में बढ़ोत्तरी नहीं करेंगी और अंतर्राष्टीय स्तर पर तेल की गिरी कीमतों से इसकी भरपाई करेंगी। सरकार ने यह फैसला पेट्रोल- डीजल की कीमतों में भारी उतार- चढ़ाव और प्रतिस्पर्धी टैरिफ को लेकर चल रही उथल पुथल के बीच लिया है। जैसे ही सरकार की ओर से एक्साइज डयूटी बढ़ाने की खबर आई तो यह माना जाने लगा कि तेल कीमतों पर भी इसका असर पड़ेगा। हालांकि तेल कंपनियां इस बढ़ोत्तरी को समायोजित करने पर विचार कर रही हैं, हालांकि इस संबंध में अभी कोई अधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।

पेट्रोलियम मंत्रालय ने दूर किया संशय

भारत सरकार के वित्त मंत्रालय की ओर से दो रुपए प्रति लीटर सेंट्रल एक्साइज डयूटी बढ़ाए जाने के फैसले के बाद उपजे संशय पर दोपहर बाद ब्रेक‌ लग गया। पेट्रोलियम मंत्रालय की ओर से ट्वीट कर जानकारी दी गई है कि तेल मार्केटिंग कंपनियों की ओर साफ किया गया है कि रिटेल तेल प्राइस पर एक्साइज डयूटी में बढ़ोत्तरी को कोई असर नहीं पड़ेगा। इसकी भरपाई तेल कंपनियां खुद करेंगी।
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अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेल कीमतें गिरीं

अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों में भारी कमी आई है। आज ही कच्चे तेल के दाम गिरकर 65 डॉलर प्रति बैरल से भी कम हो गया। ब्रेंट क्रूड ऑयल के रेट 64 रुपये प्रति बैरल तक गिर गए हैं, जबकि डब्ल्यूटीआई क्रूड ऑयल 60.57 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है। हालांकि तेल कंपनियों ने रिटेल बाजार में तेल की कीमतों में कोई फेरबदल नहीं किया है। अंतर्राष्ट्रीय में तेल की कीमतों में लगातार गिरावट के बाद 4 अप्रैल ‌को 70 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गया था। इसके और पीछे जाएं तो 25 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के रेट 73 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर पहुंच गए थे।
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