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श्री नारायण गुरु और महात्मा गांधी के ऐतिहासिक संवाद का शताब्दी समारोह, PM Modi ने किया उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को श्री नारायण गुरु और महात्मा गांधी के बीच 1925 में हुए ऐतिहासिक संवाद के शताब्दी समारोह में भाग लिया। उन्होंने देशवासियों को संबोधित भी किया।

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Pratiksha Parashar
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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्कप्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को श्री नारायण गुरु और महात्मा गांधी के बीच 100 वर्ष पहले हुई ऐतिहासिक बातचीत की स्मृति में आयोजित शताब्दी समारोह के उद्घाटन कार्यक्रम में हिस्सा लिया। यह कार्यक्रम सुबह 11 बजे आयोजित हुआ, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को संबोधित भी किया।

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नारायण गुरु ने दी सबके साथ सबके विकास की प्रेरणा- पीएम मोदी

देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, "100 साल पहले की सामाजिक परिस्थितियां, सदियों के उपनिवेशवाद के कारण जो विकृतियां पैदा हुई थीं - उस युग में लोग उन बुराइयों के खिलाफ बोलने से डरते थे। लेकिन श्री नारायण गुरु ने विरोध की परवाह नहीं की। वे कठिनाइयों से नहीं घबराए क्योंकि वे सद्भाव और समानता में, सत्य, सेवा और सद्भाव में विश्वास करते थे। यही प्रेरणा हमें सबका साथ, सबका विकास का मार्ग दिखाती है। यही विश्वास हमें उस भारत के निर्माण की शक्ति देता है जहां आखिरी व्यक्ति हमारी प्राथमिकता है।"

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श्री नारायण गुरु और बापू के बीच ऐतिहासिक संवाद

नारायण गुरु और महात्मा गांधी के बीच ऐतिहासिक संवाद 12 मार्च 1925 को केरल के वर्कला स्थित शिवगिरी मठ में हुआ था, जब महात्मा गांधी वहां पहुंचे थे। इस बातचीत में वाइकोम सत्याग्रह, सामाजिक समानता, धर्मांतरण, अहिंसा, छुआछूत का अंत, मोक्ष की अवधारणा और दलितों के उत्थान जैसे अहम विषयों पर चर्चा हुई थी। इस विशेष अवसर पर श्री नारायण धर्म संघम ट्रस्ट द्वारा आयोजित कार्यक्रम में देशभर से अनेक आध्यात्मिक और सामाजिक नेता एकत्र हुए। सभी ने इस ऐतिहासिक संवाद को याद करते हुए भारतीय समाज के नैतिक और आध्यात्मिक मूल्यों पर विचार साझा किए।

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कौन थे श्री नारायण गुरु?

श्री नारायण गुरु (1856–1928) एक महान समाज सुधारक, संत और दार्शनिक थे, जिन्होंने केरल में जाति-आधारित भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाई। उन्होंने “एक जाति, एक धर्म, एक ईश्वर” का संदेश देकर सामाजिक समरसता को बढ़ावा दिया। महात्मा गांधी और नारायण गुरु की यह मुलाकात उस समय हुई थी जब गांधी जी छुआछूत और सामाजिक असमानता के खिलाफ राष्ट्रव्यापी अभियान चला रहे थे। गांधी जी ने उस बातचीत में कहा था कि धर्म के नाम पर किसी भी तरह का भेदभाव स्वीकार्य नहीं है, जबकि नारायण गुरु ने जोर दिया कि सच्चा धर्म वही है जो मानवता, समानता और करुणा को प्राथमिकता दे, न कि लोगों को वर्गों में बांटे। pm modi | pm narendra modi | pm modi news 

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