ओड़िशा, वाईबीएन नेटवर्क
ओडिशा पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार, 28 जनवरी को 'उत्कर्ष ओडिशा, मेक इन ओडिशा कॉन्क्लेव’का उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने इस दौरान सीएम मोहन चरण मांझी और कई केंद्रीय मंत्रियों के साथ मिलकर जनता मैदान में व्यापार शिखर सम्मेलन का उद्घाटन किया। बता दें दो दिवसीय इस सम्मेलन में बड़े उद्योगपतियों सहित लगभग 7,500 कारोबारी प्रतिनिधियों के हिस्सा लेने की उम्मीद है।
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पीएम मोदी का संबोधन
कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा है, ”पूर्वी भारत देश के विकास में एक ग्रोथ इंजन है। इसमें ओडिशा की अहम भूमिका है। 'मैं पूर्वी भारत को देश का विकास इंजन मानता हूं। आसियान देशों ने ओडिशा के साथ मिलकर व्यापार संबंधों को मजबूत करने में रुचि दिखाई है। वैश्विक व्यापार में पूर्वी हिस्से का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।पीएम मोदी ने कहा,' करोड़ों लोगों की आकांक्षाएं भारत को विकास के पथ पर आगे बढ़ा रही हैं। एआई भारत की आकांक्षा है। ओडिशा नए भारत के आशावाद और मौलिकता का प्रतीक है। कच्चे माल का निर्यात और तैयार उत्पादों का आयात स्वीकार नहीं किया जा सकता, यहां मूल्य संवर्धन होना चाहिए।
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ओडिशा में पर्यटन की अपार संभावनाएं
पीएम ने कहा, ओडिशा में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। आज भारत का फोकस है- ‘वेड इन इंडिया’, आज भारत का मंत्र है- ‘हील इन इंडिया’ और इसके लिए ओडिशा का नेचर यहां की प्राकृतिक सुंदरता बहुत मददगार है। पीएम ने कहा, युवा प्रतिभाओं के विशाल समूह और संगीत समारोहों के लिए विशाल दर्शक वर्ग के साथ, भारत में संगीत समारोह अर्थव्यवस्था के विकास की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने अपने शब्दों में कहा, दुनिया के बड़े-बड़े कलाकार, बड़े-बड़े आर्टिस्ट, भारत की तरफ आकृषित हो रहे हैं। कॉन्सर्ट इकोनॉमी से टूरिज्म भी बढ़ता है और बड़ी संख्या में जॉब्स क्रिएट होती है।
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उत्कर्ष ओडिशा, मेक इन ओडिशा कॉन्क्लेव’का उद्घाटन
पीएम मोदी ने उत्कर्ष ओडिशा, मेक इन ओडिशा कॉन्क्लेव’का उद्घाटन किया। साथ ही मेक इन ओडिशा प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया। इसके जरिए जीवंत औद्योगिक इकोसिस्टम विकसित करने में राज्य की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला जाएगा। दो दिवसीय यह सम्मेलन उद्योग जगत के लीडर्स, निवेशकों और नीति निर्माताओं के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा। कार्यक्रम में निवेश और व्यापार के अवसरों के लिए एक संपन्न केंद्र के रूप में राज्य की अपार क्षमता को प्रदर्शित किया गया है। राज्य एक बड़े औद्योगिक परिवर्तन के लिए तैयार हो रहा है, सम्मेलन का ध्यान औद्योगिक बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और 2036 तक ओडिशा को देश के शीर्ष पांच आर्थिक राज्यों में स्थान दिलाने पर केंद्रित है। भारत और 12 अन्य देशों के दूतों, निवेशकों और उद्योगपतियों सहित 7,000 से अधिक प्रतिनिधि इस शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे हैं।