नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार से सऊदी अरब की दो दिवसीय यात्रा पर रवाना हो रहे हैं। इस यात्रा को सऊदी अरब ही नहीं, बल्कि पूरे खाड़ी क्षेत्र और इस्लामी दुनिया के साथ भारत के संबंधों को मजबूत करने वाला एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। पूर्व विदेश सचिव हर्षवर्धन शृंगला ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में और सऊदी क्राउन प्रिंस व प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन सलमान (एमबीएस) के साथ उनके घनिष्ठ संबंधों के चलते भारत-सऊदी रिश्तों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। उन्होंने ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग को भी दोनों देशों के मजबूत संबंधों का अहम कारण बताया।
मील का पत्थर साबित को पीएम मोदी की यात्रा
शृंगला ने
पीएम की इस यात्रा को 'मील का पत्थर' करार देते हुए कहा कि यह भारत और सऊदी अरब के बीच द्विपक्षीय संबंधों को नए आयाम देगी और पूरे इस्लामी दुनिया के साथ भारत के रिश्तों को और प्रगाढ़ बनाएगी।
पूर्व राजदूत महेश सचदेव ने भी
pm modi की यात्रा को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि इस दौरान जेद्दा में भारत-सऊदी रणनीतिक साझेदारी परिषद का दूसरा सत्र आयोजित किया जाएगा, जो शीर्ष स्तर पर संवाद और सहयोग को बढ़ावा देगा। सचदेव ने कहा कि भारत और सऊदी अरब के बीच व्यापारिक रिश्ते पहले से मजबूत हैं, लेकिन निवेश के क्षेत्र में अभी काफी संभावनाएं बाकी हैं। रक्षा सहयोग पर उन्होंने कहा कि सऊदी अरब अपनी रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने के लिए भरोसेमंद साझेदार ढूंढ रहा है और भारत इसके लिए उपयुक्त मित्र है।
क्राउन प्रिंस एमबीएस से रणनीतिक मुद्दों पर होगी चर्चा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 और 23 अप्रैल को सऊदी अरब के जेद्दा शहर की यात्रा पर रहेंगे। इस दौरान उनकी मुलाकात सऊदी क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन सलमान (एमबीएस) से होगी। दोनों नेता द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने, रणनीतिक साझेदारी को विस्तार देने और क्षेत्रीय व वैश्विक मुद्दों पर गहन चर्चा करेंगे। बैठक में रूस-यूक्रेन युद्ध, पश्चिम एशिया की मौजूदा स्थिति और ऊर्जा सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर बातचीत होने की संभावना है। इसके
इसके अलावा कई अहम द्विपक्षीय समझौतों पर भी सहमति बनने की उम्मीद जताई जा रही है।