नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सोमवार को दिल्ली पहुंचे। दिल्ली विधानसभा चुनाव में बुरी तरह पराजित होने के बाद आप बिहार में इसी वर्ष होने जा रहे विधानसभा चुनाव को देखते हुए सक्रिय हो गई है। पराजय के बाद पंजाब में डेरा जमाए अरविंद का दिल्ली आना अपना महत्व रखता है। माना जा रहा है कि अरविंद वहां खेल दिखाने पहुंचेंगे और बिहार के लोगों का भरोसा जीतने का प्रयास करेंगे।
दिल्ली में पूर्वांचल के लोगों का समर्थन जाने से आप हारी
दिल्ली में पूर्वांचल और बिहार के लोगों के समर्थन पर टिकी आप को दिल्ली विधानसभा में तगड़ा झटका लगा। पूर्वांचल के लोगों का पर्याप्त समर्थन नहीं मिलना पार्टी के लिए अच्छा नहीं रहा। दबदबा रखने वाली आप सिमट गई और भाजपा को बहुमत मिला। अब सरकार में आने के बाद भाजपा सरकार के कई फैसले से पूर्वांचल और बिहारी परेशान हुए हैं।
झुग्गी बस्तियों पर कार्रवाई से आप को मिला है बल
खास तौर से मद्रासी कैंप और वजीरपुर में झुग्गी बस्ती ध्वस्त किए जाने पर आप ज्यादा सक्रियता बरत रही है। पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने इसे मुद्दा बनाकर दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता और उनकी सरकार को कठघरे में खड़ा करने का प्रयास किया है। इस स्थिति को देखते हुए आप ने बिहार चुनाव में जोर आजमाने का मन बनाया है।
बिहार विस चुनाव के लिए रणनीति गढ़ सकते हैं अरविंद
ऐसी स्थिति में अरविंद का पंजाब प्रवास से दिल्ली निवास को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। माना जा रहा है कि बिहार चुनाव को लेकर पार्टी की रणनीति गढ़ने और बिहार में भाजपा को घेरने का उपाय तलाशने के लिए अरविंद राष्ट्रीय राजधानी पहुंचे हैं। जातिवाद की आंधी में बहने वाले राज्य के लोगों के बीच प्रशांत किशोर का चेहरा घूम रहा है। इन स्थितियों के बीच अरविंद और आप के किन मुद्दों को लेकर बिहार के लोग भरोसा करेंगे इसका फैसला समय के हाथ में है।