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Congress का हाथ छोड़ भाजपा का दामन थामेंगे PC Sharma?

MP Politics: एमपी कांग्रेस को एक बार फिर झटका लग सकता है। सियासी गलियारों में चर्चा है कि पीसी शर्मा जल्द ही कांग्रेस का साथ छोड़कर भाजपा का दामन थाम सकते हैं।

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Pratiksha Parashar
PC Sharma
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भोपाल, वाईबीएन नेटवर्क। 

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MP Politics: मध्य प्रदेश की राजनीति में बड़ी हलचल हो रही है। एमपी कांग्रेस को एक बार फिर झटका लग सकता है। दिग्विजय सिंह के करीबी नेता और पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने सीएम मोहन यादव से मुलाकात की है। इस मुलाकात की तस्वीर सामने आने के बाद से कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं। सियासी गलियारों में चर्चा है कि पीसी शर्मा जल्द ही कांग्रेस का साथ छोड़कर भाजपा का दामन थाम सकते हैं।

भाजपा में शामिल होंगे पीसी शर्मा? 

पीसी शर्मा ने इंदौर एयरपोर्ट पर सीएम मोहन यादव से मुलाकात की। पीसी शर्मा ने गुलदस्ता देकर सीएम मोहन यादव का स्वागत किया। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच काफी देर तक बातचीत चली।  बीजेपी नेता नरेंद्र सलूजा ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर इस मुलाकात की तस्वीर शेयर की है। जिसके बाद से अटकलों का बाजार गर्म है और शर्मा के भाजपा जॉइन करने के कयास लगाए जा रहे हैं। अगर ऐसा हुआ तो एमपी कांग्रेस को बड़ा झटका लग सकता है।

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कौन हैं पीसी शर्मा?

पीसी शर्मा का नाम कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की लिस्ट में शुमार है। वे दिग्विजय सिंह के करीबी माने जाते हैं। शर्मा कमलनाथ सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। पीसी शर्मा भोपाल दक्षिण-पश्चिम विधानसभा सीट से विधायक रहे हैं। 

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मध्य प्रदेश कांग्रेस में दरार!

मध्य प्रदेश कांग्रेस में लगातार टूट की खबरें सामने आ रही हैं। एमपी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद प्रदेश में पार्टी की कमान जीतू पटवारी को सौंपी गई थी। कांग्रेस के कई सीनियर नेता पटवारी से नाराज बताए जा रहे हैं। हाल ही में दिग्विजय और कमलनाथ ने भी पीसीसी के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर की थी। लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं ने भाजपा का दामन थाम लिया था। 

कमलनाथ ने जताई कांग्रेस से नाराजगी

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कमलनाथ भी कांग्रेस से नाराज बताए जा रहे हैं। पूर्व सीएम कमलनाथ ने हाल ही में अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए बयान दिया था कि पार्टी के अंदर निर्णयों और बैठकों में उनसे कोई विचार-विमर्श नहीं किया जाता, जबकि वे एक वरिष्ठ नेता हैं। नाथ ने ये भी आरोप लगाया कि पार्टी की बैठकों की सूचना भी उन्हें समय पर नहीं दी जाती है और उन्हें अखबारों से मीटिंग की जानकारी मिलती है। बता दें कि कई बार कमलनाथ के कांग्रेस छोड़ भाजपा जॉइन करने की खबरें सामने आ चुकी हैं। 

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