/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/31/ravishankar-prasad-owaisi-and-uma-bharti-2025-07-31-15-38-00.jpg)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क।Malegaon blast case 2008: मालेगांव ब्लास्ट केस में सभी सात आरोपियों के बरी होने के बाद देश की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। विपक्ष ने सभी आरोपियों के बरी होने जाने पर राज्यसभा में हंगामा किया, जिसके चलते सदन स्थगित करना पड़ा। इस फैसले को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है। भाजपा प्रवक्ता और वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने इस दिन को "ऐतिहासिक" करार देते हुए कहा कि कांग्रेस की "हिंदू आतंकवाद थोपने की साजिश" नाकाम हो गई है। मालेगांव विस्फोट मामले में एनआईए कोर्ट का यह फैसला देश की राजनीति में भी एक बड़ा मोड़ साबित हो रहा है। भाजपा ने कांग्रेस की "हिंदू आतंकवाद" की धारणा को पूरी तरह से खारिज करने का अवसर बनाते हुए कांग्रेस से सार्वजनिक माफी की मांग की है।
"हिंदू आतंकवाद थ्योरी फेल हो गई"
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि एनआईए कोर्ट का यह फैसला बेहद अहम है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने वोट बैंक की राजनीति के लिए जानबूझकर निर्दोषों को फंसाया। कर्नल पुरोहित जैसे देशभक्त अधिकारी को झूठे केस में फंसाया गया, जो कश्मीर में आतंकियों से लड़ चुके हैं। साध्वी प्रज्ञा को इतना प्रताड़ित किया गया कि वह चलने में असमर्थ हो गईं। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस नेताओं (पी. चिदंबरम, सुशील कुमार शिंदे, और राहुल गांधी) ने "भगवा आतंकवाद" जैसी थ्योरी फैलाकर देश के साधु-संतों और सनातन संस्कृति को बदनाम किया। भाजपा ने सीधे तौर पर राहुल गांधी और यूपीए सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। रविशंकर प्रसाद ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने एक अमेरिकी राजनयिक से कहा था कि "हिंदू आतंकवाद लश्कर-ए-तैयबा से ज्यादा खतरनाक है"।
#WATCH | On NIA court acquitting all the accused in the Malegaon Blast case, BJP leader Ravishankar Prasad says, "Congress's conspiracy of Hindu terror has been destroyed. There was no evidence against any of the accused. Colonel Purohit, who fought against terrorism in Kashmir,… pic.twitter.com/zIlI54QCK7
— ANI (@ANI) July 31, 2025
“हिंदू कभी आतंकवादी नहीं हो सकता”
मालेगांव केस में सभी आरोपियों के बरी होने पर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा- हिंदू कभी आतंकवादी नहीं हो सकता। 'भगवा आतंकवाद' फैलाना कांग्रेस की साजिश थी। असली आतंकी का धर्म एक ही रहा है, अब सच सामने आ गया है। कांग्रेस को इसका जवाब देना होगा। बता दें कि 2008 में महाराष्ट्र के मालेगांव में हुए बम धमाके में कई लोगों की मौत हुई थी। मामले में कर्नल पुरोहित, साध्वी प्रज्ञा, और अन्य को आरोपी बनाया गया था। कोर्ट ने कहा कि किसी के खिलाफ पुख्ता सबूत नहीं मिले, इसलिए सभी को बरी कर दिया गया।
#WATCH | Delhi: On NIA court acquitting all the accused in the Malegaon Blast case, BJP MP Nishikant Dubey says, "What did the Union Home Minister say in the Rajya Sabha yesterday? A Hindu cannot be a terrorist. All the terrorists in this country have only one religion. It has… pic.twitter.com/VCClff1an0
— ANI (@ANI) July 31, 2025
“कांग्रेस और वामपंथियों पर कार्रवाई होनी चाहिए”
मालेगांव केस में सभी आरोपियों के बरी होने पर मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा-साध्वी प्रज्ञा को जो यातना दी गई, वह किसी भी महिला के लिए असहनीय थी। साजिश के तहत 'भगवा आतंक' फैलाने वाले कांग्रेस और वामपंथी नेताओं पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
#WATCH | Bhopal: On NIA Court acquits all accused in 2008 Malegaon blast case including Sadhvi Pragya, Former Madhya Pradesh CM Uma Bharti says, "...I am so happy that I do not have words to express. When Pragya was in the Nashik jail, I learned through a police officer that she… pic.twitter.com/b9l8oOaknZ
— ANI (@ANI) July 31, 2025
बदनाम करने की साजिश नाकाम- बाबा रामदेव
हरिद्वार में बाबा रामदेव ने मालेगांव केस में सभी आरोपियों के बरी होने पर कहा-हिंदू और भगवा आतंकवाद की झूठी कहानी रचकर सनातन धर्म को बदनाम करने की साजिश की गई थी, जो अब नाकाम हो गई। कोर्ट के फैसले से सच पूरी दुनिया के सामने आ गया है।
#WATCH | Haridwar, Uttarakhand | On NIA court acquitting all the accused in the Malegaon Blast case, Yog Guru Baba Ramdev says, "There was a panic created by calling Hindu terrorism and saffron terrorism. Some people had plans to defame Hindutva, Sanatan and Bhagwa. Their plans… pic.twitter.com/8QUvw3BLRx
— ANI (@ANI) July 31, 2025
कांग्रेस के झूठे नैरेटिव पर करारा प्रहार
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मालेगांव केस में सभी आरोपियों के बरी होने पर कहा- यह कांग्रेस के 'हिंदू आतंकवाद' के झूठे नैरेटिव पर करारा प्रहार है। कांग्रेस ने संतों, सनातन संस्कृति और देशभक्तों को बदनाम किया, अब उसे देश से माफी मांगनी चाहिए।
ओवैसी- क्या सरकार सुप्रीम कोर्ट जाएगी?
मालेगांव ब्लास्ट केस में सभी आरोपियों के बरी होने पर AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल उठाया है कि क्या मोदी सरकार और महाराष्ट्र सरकार इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगी? उन्होंने कहा कि ब्लास्ट में मिलिट्री-ग्रेड RDX का इस्तेमाल हुआ था, ऐसे में असली दोषी कौन है? अगर सरकार सुप्रीम कोर्ट नहीं जाती, तो क्या यह आतंकवाद पर दोहरा मापदंड नहीं होगा?
#WATCH | On NIA court acquitting all the accused in the Malegaon Blast case, AIMIM MP Asaduddin Owaisi says, "... After 17 years, all the accused were acquitted. The Maharashtra government went to the Supreme Court against the verdict of the Mumbai 2006 Mumbai train blast case.… pic.twitter.com/qNi7FnFFpP
— ANI (@ANI) July 31, 2025
आतंकवाद को किसी धर्म से नहीं जोड़ा जाना चाहिए: दिग्विजय
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि आतंकवाद को किसी भी धर्म से नहीं जोड़ा जाना चाहिए और कोई भी आस्था हिंसा का समर्थन नहीं करती। वर्ष 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) की विशेष अदालत द्वारा सभी सात आरोपियों को बरी किए जाने के बाद सिंह ने यह टिप्पणी की। राज्यसभा सदस्य ने कहा कि चरमपंथी वे लोग होते हैं जो नफरत फैलाने के लिए धर्म को विकृत करते हैं। बरी किए गए सात आरोपियों में लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित और भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर शामिल हैं। भाजपा नेताओं ने दावा किया है कि ‘भगवा आतंकवाद’ शब्द गढ़ने के लिए दिग्विजय सिंह ज़िम्मेदार हैं। सिंह ने अदालत के फैसले के बाद संसद परिसर में ‘पीटीआई वीडियो’ से कहा, ‘‘न तो कोई हिंदू आतंकवादी हो सकता है, न ही कोई मुसलमान, सिख या ईसाई। हर धर्म प्रेम, सद्भावना, सत्य और अहिंसा का प्रतीक है।’’ उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि सभी धर्म शांति की बात करते हैं। उन्होंने भाजपा नेताओं के उन आरोपों को निराधार बताया कि कांग्रेस ने राजनीतिक लाभ के लिए ‘‘हिंदू आतंकवाद’’ शब्द गढ़ा था। सिंह ने कहा कि भाजपा का आरोप पूरी तरह से झूठा है।
7 आरोपियों के बरी होने पर देशभर के साधु-संतों ने जताई खुशी
मालेगांव विस्फोट मामले में एनआईए की विशेष अदालत की ओर से सभी सात आरोपियों को बरी किए जाने पर देशभर के साधु-संतों ने खुशी जताई है। उनका कहना है कि 17 साल की लंबी कानूनी लड़ाई के बाद सत्य की जीत हुई है। साधु-संतों का मानना है कि यह फैसला न केवल आरोपियों के लिए राहत लेकर आया, बल्कि यह भी दर्शाता है कि न्यायपालिका ने सबूतों के अभाव में निष्पक्ष निर्णय लिया है।
सत्य की हमेशा जीत होती है
इस फैसले पर कुछ साधु-संतों से आईएएनएस ने बातचीत की। साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि ऐसा होना ही था क्योंकि सत्य की हमेशा जीत होती है। लेकिन कांग्रेस ने आतंकवादियों को बचाने और उनकी मौत पर आंसू बहाने की कोशिश में भारतीय संस्कृति के एक पवित्र अंग भगवा को आतंकवाद करार देने का दुस्साहस किया। एक तरह से, अदालत का फैसला कांग्रेस पर खुद का मारा तमाचा है। कांग्रेस ने वोट बैंक की राजनीति के लिए हिन्दुओं को बदनाम करने की कोशिश की। सावन का महीना चल रहा है, न्याय मिला है। भारत के लिए आज गौरव का दिन है।
भक्तों और संतों को लड्डू बांटे
हनुमानगढ़ी मंदिर में फैसले को लेकर जश्न मनाया गया। महंत राजू दास ने भक्तों और संतों को लड्डू बांटे। उन्होंने कहा कि आज हमें राहत मिली है कि मालेगांव विस्फोट मामले का अंत आ गया है। उस विस्फोट में कई लोगों की जान चली गई थी। कुछ सरकारों द्वारा सनातन धर्म को बदनाम करने और हिंदुओं का अपमान करने के लिए जानबूझकर 'भगवा आतंकवाद' का झूठा प्रचार किया गया था। उन्होंने कहा कि जिस तरह से कांग्रेस ने भगवा आतंकवाद गढ़ा, क्या इसके लिए सोनिया गांधी माफी मागेंगी? क्या कांग्रेस पार्टी माफी मांगेगी? साध्वी प्रजा ठाकुर को यातनाएं दी गई, इसके लिए कांग्रेस को माफी मांगनी चाहिए। अदालती फैसले से सभी सातों बरी हो गए हैं। आज कांग्रेस की बदनामी हुई है।
अखिल भारतीय संत समिति के महासचिव स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि जहां धर्म है, वहां विजय अवश्य होती है। जहां तक मालेगांव बम विस्फोट मामले की बात है, तो यह एक बहुत ही जटिल मामला था। एक तरह से यूपीए के शासनकाल में सोनिया गांधी-राहुल गांधी के नेतृत्व में हिंदू आतंकवादी परिभाषा गढ़ने का प्रयास ही नहीं किया, बल्कि प्रज्ञा ठाकुर जैसे लोगों को बम ब्लास्ट का अभियुक्त बनाकर 9 सालों तक जेल में रखा गया। इसकी जवाबदेही होनी चाहिए, कांग्रेस को जवाब देना चाहिए। हिंदू आतंकवादी नहीं होता है, ऐसे शब्दों को गढ़कर हिंदू को बदनाम करने की कोशिश की गई।
हरिद्वार के एक संत ने अदालत के फैसले की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह फैसला बहुत अच्छा और निष्पक्ष है। हम इसके लिए एनआईए अदालत का धन्यवाद करते हैं। यह फैसला पहले ही हो जाना चाहिए था, लेकिन देर ही सही, न्याय मिला है। साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को बधाई देते हैं, उन्होंने काफी धैर्य रखा और सत्य पर वह चली। आज उनकी विजय हुई। हिंदू भगवाधारी आतंकवादी कभी नहीं हो सकता है। वह हमेशा अपने देश को सर्वोपरि रखता है। वोट की राजनीति के लिए हिंन्दुओं को बदनाम किया जाता है। दूसरे संत ने कहा कि एनआईए अदालत द्वारा दिया गया फैसला उचित है। एक बहुत बड़ा षडयंत्र भगवा पर किया गया था। सारे षडयंत्र का पर्दाफाश कर दिया गया है। कोर्ट ने साध्वी प्रजा ठाकुर समेत सभी को बरी कर दिया है।