जम्मू, आईएएनएस। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने रविवार को दावा किया कि अगर पाकिस्तान ने फिर से कोई दुस्साहस किया तो भारतीय सशस्त्र बल उसे तबाह कर देंगे।
जम्मू में अखिल जम्मू-कश्मीर जाट सभा को संबोधित करते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि पाकिस्तान को चेतावनी दी गई है। अगर वह भविष्य में कोई दुस्साहस करता है तो हमारी सशस्त्र सेना इस आतंकवादी देश का खात्मा सुनिश्चित करेगी। मैं लोगों को आश्वस्त करता हूं कि सशस्त्र आतंकवादियों, उनके समर्थकों और हमदर्दों के बीच कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा। उनके कृत्यों का समान दंड दिया जाएगा।
अपने संबोधन में उन्होंने सशस्त्र बलों की वीरता पर भी प्रकाश डाला और जम्मू-कश्मीर को आतंकवाद से पूरी तरह मुक्त करने के सरकार के संकल्प की पुष्टि की।
विभाजनकारी ताकतों का एकजुटता से मुकाबले की अपील
उन्होंने जाट समुदाय और समाज के सभी वर्गों से अपने संकल्प को मजबूत करने और शांति और सामाजिक ताने-बाने को खतरा पहुंचाने वाली विभाजनकारी ताकतों के खिलाफ लड़ाई में एकजुट होने की अपील की।
उन्होंने कहा कि इस चुनौतीपूर्ण समय में राष्ट्रीय एकता को बनाए रखने की आपकी जिम्मेदारी पहले से अधिक महत्वपूर्ण है। जाट समुदाय के पास वीरता, साहस और बलिदान की समृद्ध विरासत है। जाट समुदाय की एक बड़ी आबादी हमारी सीमाओं के पास रहती है, जो उन्हें देश की पहली रक्षा पंक्ति बनाती है। मुझे गर्व है कि मातृभूमि के प्रति आपकी भक्ति ने समाज में राष्ट्रवाद की भावना को और गहरा किया है।
गोलीबारी के प्रभावित परिवारों के पुनर्वास के लिए केंद्र प्रतिबद्ध
उन्होंने पहलगाम हमले के पीड़ितों और पाकिस्तान की ओर से हुए गोलाबारी में मारे गए लोगों को भी श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार प्रभावित परिवारों के उचित पुनर्वास के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने समाज को विभाजित करने की कोशिश कर रहे विभाजनकारी तत्वों से खतरे को पहचानने का आह्वान किया।
अपनी विविधता का जश्न मनाएं हम
मनोज सिन्हा ने कहा कि हमें अपनी विविधता का जश्न मनाना चाहिए और विरोधी के नापाक इरादों को हराने के लिए एकता को बढ़ावा देना चाहिए। हमारे बहादुर सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर के साथ वीरता की एक नई गाथा लिखी है।
उपराज्यपाल ने इस बात पर जोर दिया कि लोगों का पवित्र कार्य एक एकीकृत और विकसित भारत के सपने को हकीकत में बदलना है और शक्तिशाली राष्ट्र का सपना संजोने वाले बहादुरों को सच्ची श्रद्धांजलि देना है।
उन्होंने जम्मू-कश्मीर में समानता के युग की शुरुआत करने और हाशिए पर पड़े समुदायों को सशक्त बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का आभार भी व्यक्त किया।