नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
दिल्ली में इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया) के दोनों घटक दलों आम आदमी पार्टी और कांग्रेस की आपसी लड़ाई से भाजपा की जीत का आधार बनने संबंधी दावों के बीच विपक्षी गठबंधन के कई नेताओं ने आपसी एकजुटता पर जोर दिया। दूसरी तरफ, कांग्रेस ने कहा कि उस पर दोष लगाना गलत है क्योंकि आप ने विधानसभा चुनाव में गठबंधन से इनकार कर दिया था। कांग्रेस ने यह भी कहा कि आइएनडीआइए गठबंधन का गठन 2024 के आम चुनाव के लिए किया गया था और विधानसभा चुनावों में राज्य स्तर की परिस्थिति के हिसाब से गठबंधन को आगे बढ़ाना था।
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गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए ही था
दिल्ली में आप के लिए खेल बिगाड़ने के आरोप को लेकर कांग्रेस की आलोचना करने वालों को जवाब देते हुए, कांग्रेस सांसद और लोकसभा में पार्टी सचेतक माणिकम टैगोर ने कहा कि गठबंधन सहयोगी गलत व्यक्ति से सवाल पूछ रहे हैं, क्योंकि उन्हें उस व्यक्ति से पूछना चाहिए जिसने दिल्ली में "गठबंधन तोड़ा"। उन्होंने कहा, एक बात बहुत स्पष्ट है, गठबंधन 2024 के आम चुनाव के लिए बनाया गया था। विभिन्न राज्यों में, अलग-अलग रणनीति बनाई गई थी। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस का दिल्ली में गठबंधन था, लेकिन पंजाब में नहीं। हमारा गुजरात में गठबंधन था, लेकिन अन्य जगहों पर नहीं। वे गोवा में हमारा समर्थन कर रहे थे।
केजरीवाल ने ही दिल्ली में तोड़ा गठबंधन
टैगोर ने कहा, दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर अरविंद केजरीवाल ने बीते एक दिसंबर को घोषणा की थी कि वे अकेले लड़ रहे हैं। हमें उम्मीद है कि हमारे गठबंधन सहयोगी भी समझेंगे कि वे गलत व्यक्ति से पूछ रहे हैं, उन्हें उस व्यक्ति से सवाल पूछना चाहिए जिसने गठबंधन तोड़ा है। उधर, शिवसेना (उबाठा) के मुखपत्र 'सामना' में एक संपादकीय में कहा गया कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस के एक-दूसरे से लड़ने के कारण भारतीय जनता पार्टी को जीत में फायदा मिला। आप और कांग्रेस विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ के सदस्य हैं।
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पोटेले ने सामना के लेख का नकारा
कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने शिवसेना (उबाठा) के मुखपत्र सामना के संपादकीय को लेकर पलटवार करते हुए कहा कि वह इस समाचारपत्र को पढ़ते ही नहीं हैं। इस बीच, केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के नेता एसपी सिंह बघेल ने विपक्षी गठबंधन पर कटाक्ष करते हुए इसे अवसरवादी गठबंधन बताया। उन्होंने कहा, "चुनाव की पूर्व संध्या पर बने अवसरवादी गठबंधनों का अंत हमेशा इसी तरह होता है।'
पार्टी करेगी गठबंधन में बने रहने का फैसला
दिल्ली विधानसभा चुनाव में करारी हार मिलने के बाद कांग्रेस और आम आदमी पार्टी(आप) के संबंधों में आई खटास के बीच, ‘आप’ के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने को कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन के साथ बने रहने के मुद्दे पर उनकी पार्टी का शीर्ष नेतृत्व निर्णय लेगा।
राज्यसभा सदस्य सिंह से जब पूछा गया कि क्या आपकी पार्टी, ‘इंडिया’ गठबंधन का हिस्सा बनी रहेगी, तो उन्होंने कहा, ‘‘पार्टी नेतृत्व इस पर फैसला करेगा। अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है।’’
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