मुर्शिदाबाद, वाईबीएन नेटवर्क।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी की एक बार फिर जुबान फिसली। एक प्रेसवार्ता में उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा। इस दौरान वो शब्दों की मर्यादा भी भूल गए। कांग्रेस नेता ने सीएम ममता बनर्जी को पश्चिम बंगाल की राजनीति में नमक हराम का ज्वलंत उदाहरण बोल डाला।
ममता को क्यों बोला 'नमक हराम'
अधीर रंजन चौधरी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि कांग्रेस की कृपा से 2011 में पश्चिम बंगाल में तृणमूल सरकार बनी जिसे 'नमक हराम' कहते हैं। कोई ऐसा व्यक्ति जो निजी लाभ के लिए किसी स्थिति का फायदा उठाता है, लेकिन बाद में उन लोगों को छोड़ देता है जिन्होंने उनकी मदद की थी। इसे हम 'नमक हराम गिरी' कहते हैं। कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि मैं ये बात गलत भाषा में नहीं कर रहा हूं; मैं ये बात शुद्ध भाषा में कह रहा हूं। ममता बनर्जी बंगाली राजनीति में 'नमक हराम' का एक ज्वलंत उदाहरण हैं। 2011 में सोनिया गांधी की मंजूरी और प्रणब मुखर्जी जैसे बड़े व्यक्ति के समर्थन के बिना, वह सत्ता में नहीं आ सकती थीं। कांग्रेस ने उन्हें वह सीट दी जो वह चाहती थीं क्योंकि हम उन्हें सत्ता में लाना चाहते थे। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 'नमक हराम' की राजनीति करती हैं।"
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पूर्व में भी किये हैं जुबानी हमले
बता दें कि अधीर रंजन चौधरी सीएम ममता बनर्जी पर तीखा हमला करते रहे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान कहा था कि मुझे सीएम ममता पर भरोसा नहीं है। वह गठबंधन छोड़कर भागी थीं। उन्होंने गठबंधन तोड़ा था। अब कांग्रेस सत्ता में आ रही है, इसलिए ममता ने लाइन लगाना शुरू कर दिया है।