नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में अप्रैल में हुई सांप्रदायिक हिंसा को लेकर SIT ने रिपोर्ट पेश कर दी है। रिपोर्ट में TMC के स्थानीय नेता को हिंसा का दोषी ठहराया गया है। SIT ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि हमलों का नेतृत्व स्थानीय पार्षद महबूब आलम ने किया था। हिंसा के दौरान हिंदू समुदाय को निशाना बनाया गया। इस दौरान पुलिस ने कोई मदद नहीं की। SIT रिपोर्ट सामने आने के बाद भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी ने ममता सरकार पर हमला बोला है।
पहलगाम से मुर्शिदाबाद तक हिंदुओं को टारगेट
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, "रिपोर्ट में साफ तौर से इंगित किया गया है कि हिंदुओं को टारगेट करके हिंसा की गई है। तृणमूल कांग्रेस के नेता शामिल थे और पुलिस का रवैया हिंसा को रोकने के बजाय तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के कार्यों की अनदेखा करता देखा गया। इससे एक बात साफ जाहिर है कि हिंदू समाज को टारगेट करके उनके विरुद्ध हिंसा करने की शृंखला मुर्शिदाबाद से लेकर पहलगाम तक साफ दिखाई पड़ रही है।"
सुहरावर्दी से की ममता बनर्जी की तुलना
भाजपा नेता ने ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस प्रकार एसआईटी की रिपोर्ट में फैक्ट सामने आये हैं, ममता बनर्जी सरकार की हिंदुओं के प्रति निर्ममता और कट्टरवादियों के प्रति अगाध ममता, यह दर्शा रहा है। यह भी याद दिला रहा है कि जब 16 अगस्त 1946 को जब डायरेक्ट एक्शन डे मोहम्मद अली जिन्ना ने किया था और हिंदुओं को टारगेट कर-करके मारा जा रहा था, उस समय समय बंगाल के मुख्यमंत्री शहीद हुसैन शोहरावर्दी ने जिस तरह की पक्षपाती और कट्टरपंथियों के समर्थक की भूमिका निभाई थी, आज 80 साल के बाद ममता बनर्जी की तृणमूल सरकार वही भूमिका निभा रही है।
TMC की हिंदू विरोधी क्रूरता सामने आई
राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, "एक खास तरह की राजनीति चल रही है जो देश की आंतरिक सुरक्षा और सामाजिक ताने-बाने को अस्थिर करने के लिए किसी भी हद तक जाने को आमादा है। इसकी झलक पश्चिम बंगाल में अक्सर देखने को मिलती रही है। अब न्यायालय द्वारा गठित एसआईटी की रिपोर्ट के बाद पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस सरकार की हिंदू विरोधी क्रूरता अपने सबसे भयावह रूप में सामने आ रही है।"
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