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"भाजपा अध्यक्ष पद की रेस: मोदी-शाह की बैठक के बाद कौन बनेगा नया चेहरा? जानें 8 प्रमुख दावेदार !"

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल समाप्त होने वाला है। पीएम मोदी की महत्वपूर्ण बैठक में नए अध्यक्ष के चयन पर चर्चा हुई। जानें 8 दावेदारों की प्रोफाइल...

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Ajit Kumar Pandey
BJP BIG MEETING IN DELHI
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नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क ।भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल समाप्त होने वाला है। 16 अप्रैल 2025 को पीएम मोदी (pm modi) ने अपने आवास पर एक महत्वपूर्ण बैठक की, जिसमें नए अध्यक्ष के चयन पर चर्चा हुई। सूत्रों के अनुसार, एक हफ्ते में फैसला हो सकता है। इस लेख में हम चुनाव में देरी की वजहें, 8 दावेदारों की प्रोफाइल, और पिछले अध्यक्षों की उपलब्धियों को विस्तार से देखेंगे।

BJP राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में देरी की वजहें

  • 2029 का लोकसभा चुनाव नए अध्यक्ष के नेतृत्व में लड़ा जाएगा।
  • पार्टी यह सुनिश्चित करना चाहती है कि संगठन में किसी वर्ग की उपेक्षा का संदेश न जाए।

महिलाओं को 33% प्रतिनिधित्व

  • राष्ट्रीय परिषद, कार्यकारिणी, और अन्य संगठनों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी।

RSS की क्या है मांगें...

  • विचारधारा के प्रति समर्पित युवाओं को प्राथमिकता।
  • समर्पण जिम्मेदारी का एकमात्र आधार हो।

जानें 8 दावेदारों की प्रोफाइल

शिवराज सिंह चौहान: 4 बार MP CM, लाडली बहना योजना, RSS की पहली पसंद।

सुनील बंसल: यूपी में ‘चाणक्य’, ओडिशा-बंगाल में सफलता।

धर्मेंद्र प्रधान: केंद्रीय शिक्षा मंत्री, ओडिशा में BJP को मजबूत किया।

रघुवर दास: झारखंड में स्थिर शासन, पूर्वोत्तर में विस्तार की संभावना।

स्मृति ईरानी: मजबूत महिला चेहरा, हिंदी बेल्ट और दक्षिण में प्रभाव।

वानति श्रीनिवासन: तमिलनाडु में BJP को मजबूत किया, RSS-VHP से नाता।

तमिलिसाई सौंदर्यराजन: तमिलनाडु में विस्तार, मोदी-शाह के करीबी।

डी. पुरंदेश्वरी: आंध्र BJP अध्यक्ष, तेलुगु राज्यों में जनाधार।

अब तक के BJP अध्यक्ष और उनकी उपलब्धियां

अटल बिहारी वाजपेयी (1980-86): गांधीवादी समाजवाद, उदारवादी छवि।

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लाल कृष्ण आडवाणी (1986-90, 1993-98, 2004-05): हिंदुत्व और राम रथ यात्रा।

मुरली मनोहर जोशी (1991-93): एकता यात्रा, 120 सीटें।

कुशाभाऊ ठाकरे (1998-2000): क्षेत्रीय विस्तार।

बंगारू लक्ष्मण (2000-01): रिश्वत कांड में इस्तीफा।

जना कृष्णमूर्ति (2001-02): दक्षिण में विस्तार।

एम. वेंकैया नायडू (2002-04): हिंदू-राष्ट्रवादी विंग की वापसी।

राजनाथ सिंह (2005-09, 2013-14): मोदी को PM फेस बनाया।

नितिन गडकरी (2010-13): अंत्योदय पर फोकस।

अमित शाह (2014-20): BJP को इलेक्शन मशीन बनाया।

जेपी नड्डा (2020-वर्तमान): 2024 में 240 सीटें।

नए अध्यक्ष के सामने 5 चुनौतियां

  1. 2029 में बहुमत हासिल करना।
  2. विपक्षी नैरेटिव को तोड़ना।
  3. महिला और युवा प्रतिनिधित्व बढ़ाना।
  4. दक्षिण और पूर्वोत्तर में विस्तार।
  5. RSS के साथ तालमेल।

BJP का अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष न केवल 2029 के लोकसभा चुनाव का नेतृत्व करेगा, बल्कि संगठन को नई दिशा भी देगा। शिवराज, सुनील बंसल, और धर्मेंद्र प्रधान जैसे दावेदारों के बीच कड़ा मुकाबला है। अगले कुछ दिन BJP के भविष्य के लिए निर्णायक होंगे।

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