शिलॉंग/ नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। मेघालय के मशहूर पर्यटन स्थल वेसॉडॉन्ग फॉल्स में इंदौर के व्यापारी राजा रघुवंशी की हत्या की गुत्थी सुलझ गई है। इस गुत्थी को सुलझाने में पुलिस को गुहावटी लॉज के रूम नंबर- 32 से मिले अहम सुराग बड़े काम आए। पुलिस ने उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी, उसके प्रेमी राज कुशवाहा और तीन सुपारी किलर्स को गिरफ्तार कर लिया है। राजा की लाश 2 जून को एक गहरी खाई में पाई गई थी। पुलिस के मुताबिक हत्या के लिए जिन तीन शूटरों को राज और सोनम ने हायर किया था, उसके बाद विशाल सिंह चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी मेघालय पहुंचने से पहले 19 मई की रात को गुवाहाटी के आनंद लॉज में छात्रों के रूप में रुके थे। उन्होंने लॉज में रूम नंबर- 32 किराए पर लिया और अगले दिन सुबह 5:30 बजे निकल गए।
मंगलसूत्र से खुलती गई कड़ी दर कड़ी
राजा रघुवंशी की हत्या की पूरी साजिश की गुत्थी एक 'मंगलसूत्र' ने सुलझाई। पुलिस के अनुसार, सोनम और राजा ने 20 मई को गुवाहाटी होते हुए मेघालय का रुख किया था। 22 मई को वे बिना बुकिंग के सोहरा के एक होमस्टे पहुंचे और वहां अपना सूटकेस छोड़ कर नोंग्रियात गांव की ओर निकले। यह वही सूटकेस था जिसमें से पुलिस को सोनम का मंगलसूत्र और एक अंगूठी मिली, जिससे शक की सुई सोनम पर गई।
आखिरी रात नोंग्रियात में रूके थे राजा रघुवंशी
22 मई की रात वे नोंग्रियात में रुके और 23 मई की सुबह वापसी के बाद वेसॉडॉन्ग फॉल्स गए, जहां राजा की हत्या कर दी गई। बताया जा रहा है कि हत्या सोनम की आंखों के सामने की गई। उसके बाद सोनम लापता हो गई। पुलिस ने सोनम को नौ जून को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से हिरासत में लिया, जहां वह खुद सरेंडर करने पहुंची थी। उसके बाद पुलिस ने राज कुशवाहा और तीनों शूटरों को भी पकड़ लिया। शिलॉंग की एक अदालत ने सभी पांच आरोपियों को आठ दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। मामले की जांच अभी भी जारी है।
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