नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क
सड़क दुर्घटनाओं के पीड़ितों को केंद्र की मोदी सरकार बड़ी राहत देने जा रही है। इस क्रम में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कैशलेस इलाज की नई योजना की घोषणा की है। हादसा होने के तुरंत बाद यदि 24 घंटे के भीतर, जैसे ही पुलिस के पास सूचना जाएगी तो सरकार पीड़ित के 7 दिन के इलाज का खर्च या अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक देगी। जबकि, हिट-एंड-रन मामलों में मृतकों के पीड़ितों को 2 लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा। गडकरी ने वर्ष 2024 में सड़क हादसों में जान गंवाने वाले लोगों का डाटा भी शेयर किया है। वर्ष 2024 में भारत में सड़क दुर्घटनाओं में 1.80 लाख लोगों की मौत हुई है।
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बिना हेलमेट कितनी मौतें?
केंद्रीय परिवहन एवं रागमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने दिल्ली में आयोजित बैठक में कहा कि केंद्र सरकार की पहली प्राथमिकता सड़क सुरक्षा को लेकर थी। उन्होंने जानकारी दी है कि साल 2024 में सड़क हादसों में हुई मौतों में से 30000 लोगों की मौत हेलमेट न लगाने की वजह से हुई केंद्रीय मंत्री ने कहा कि गंभीर बात ये है कि जो 66 प्रतिशत मौते हुई हैं वह 18 से 34 साल के आयु वर्ग में हुई हैं।
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कितने स्कूली बच्चों की गई जान?
केंद्रीय मंत्री गडकरी ने दुर्घटनाओं में स्कूल के बच्चों की मौत का डाटा भी शेयर किया है। उन्होंने बताया है कि स्कूलों के सामने एंट्री-एग्जिट बिंदु पर उचित व्यवस्था की कमी के कारण बीते साल 10,000 बच्चों की मौत हुई है। गडकरी ने बताया है कि कॉलेजों, स्कूलों के लिए ऑटोरिक्शा और मिनीबस के लिए भी नियम बनाए गए हैं क्योंकि इससे बड़ी संख्या में मौतें होती हैं।
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