मुंबई, वाईबीएन नेटवर्क।
बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान को उन पर हुए जानलेवा हमले के छह दिन बाद मंगलवार को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। लीलावती अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद सैफ पहली बार मीडिया और प्रशंसकों के सामने आए। इस दौरान अभिनेता ने हाथ हिलाकर सभी का अभिवादन किया। सैफ अली खान की इस फास्ट रिकवरी को देखकर सब लोग हैरान हैं। हालांकि, अब सैफ के जल्दी रिकवर होने पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं। शिवसेना (शिंदे) पार्टी के नेता संजय निरुपम ने खुलेआम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सैफ पर तंज करके उनसे सवाल पूछ लिए हैं।
संजय निरुपम ने उठाए सवाल?
शिवसेना (शिंदे) लीडर संजय निरुपम ने सैफ अली खान को लेकर सवाल उठाया है। सोशल मीडिया पोस्ट पर सवाल करते हुए संजय ने कहा, "डॉक्टरों का कहना था कि सैफ अली खान की पीठ में 2.5 इंच अंदर तक चाकू घुसा था। संभवत: अंदर ही फंसा था। लगातार छह घंटे ऑपरेशन चला और यह सब 16 जनवरी की बात है। आज 21 जनवरी है। अस्पताल से निकलते ही इतना फिट? सिर्फ पांच दिन में? कमाल है।"
सरकार से पूछे जा रहे सवालों पर की बात
संजय निरुपम ने कहा, "सबसे पहली बात है कि सैफ अली खान के परिवार के प्रति मेरी हमदर्दी है। लेकिन सैफ अली खान पर जब हमला हुआ तो पूरी सरकार पर सवाल खड़ा किया गया। मुंबई की कानून व्यवस्था पर सवाल उठे, मुंबई पुलिस को निकम्मा कहा गया। फिल्म जगत के बड़े-बड़े लोगों ने सवाल उठाए। मुख्यमंत्री के गृह विभाग को सवालों के घेरे में लिया गया। लेकिन जब वो बाहर आए तो हमारे मन में कुछ सवाल आए।"
सैफ पर कसा तंज
शिंदे सेना के नेता संजय निरुपम ने आगे कहा, 'मैं यह देखता हूं कि सैफ पर तथाकथित इतना गंभीर हमला हुआ। ढाई इंच का चाकू अंदर घुसा, छह घंटे सर्जरी चली। एक व्यक्ति चार दिन के अंदर इलाज कराकर उछलते-कूदते घर जाता है। मैं डॉक्टर्स से भी सवाल करता हूं कि क्या यह संभव है? सैफ अली खान एक सामान्य एक्टर नहीं हैं, वह एक बड़े घराने से जुड़े हैं। उनकी माता जी रवींद्रनाथ टैगोर की बेटी हैं। उनके पिता एक बड़े क्रिकेटर रहे हैं। मुंबई फिल्म इंडस्ट्री का जो सबसे बड़ा परिवार है, उसके वह दामाद हैं।'
करीना कपूर को लिया घेरे में
संजय निरुपम ने कहा, "मुंबई के लोग सचमुच डरे हैं। उन्हें बाहर आकर सच्चाई बतानी पड़ेगी। सैफ अली खान और करीना कपूर को बाहर आकर पर्दे के पीछे की सच्चाई बतानी चाहिए। वह बोलकर पीछे नहीं हट सकतीं कि स्टॉप दिस नॉनसेंस, मेरे परिवार को अकेले छोड़ दो। मुंबई के लोगों को जवाब चाहिए।"