Advertisment

Shashi Tharoor ने आपातकाल को बताया चेतावनी, Indira और Sanjay Gandhi की नीतियों पर उठाए सवाल

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने आपातकाल (1975–1977) को लेकर अपनी ही पार्टी की नीतियों पर सवाल उठाए हैं। एक लेख में उन्होंने कहा कि अनुशासन और व्यवस्था के नाम पर उस दौर में क्रूरता की गई, जिसे उचित नहीं ठहराया जा सकता।

author-image
Jyoti Yadav
SHASHI THAROOR MAHASHIVRATRI
Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क | कांग्रेस सांसद और कार्यसमिति के सदस्य शशि थरूर ने एक बार फिर आपातकाल के मुद्दे पर अपनी पार्टी की नीतियों पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि 1975 में लगाए गए आपातकाल को केवल भारत के इतिहास का "काला अध्याय" मानकर छोड़ देना पर्याप्त नहीं है, बल्कि उससे मिलने वाले सबकों को गंभीरता से समझना और याद रखना भी जरूरी है।

Advertisment

फैसले को उचित नहीं ठहराया जा सकता 

एक मलयालम अखबार में प्रकाशित लेख में थरूर ने 25 जून 1975 से 21 मार्च 1977 तक के दौर को याद करते हुए कहा कि उस समय अनुशासन और व्यवस्था के नाम पर कई कठोर और अमानवीय फैसले लिए गए, जिन्हें किसी भी दृष्टिकोण से उचित नहीं ठहराया जा सकता।

नसबंदी अभियान की आलोचना की

Advertisment

उन्होंने विशेष रूप से इंदिरा गांधी के पुत्र संजय गांधी द्वारा चलाए गए जबरन नसबंदी अभियान और शहरी झुग्गियों को बलपूर्वक हटाने जैसे कदमों की आलोचना की। थरूर के अनुसार, इन कार्रवाइयों ने हजारों लोगों को बेघर कर दिया और उनका कल्याण सुनिश्चित करने की कोई ठोस योजना नहीं बनाई गई।

लोकतंत्र को कभी हल्के में नहीं लेना

थरूर ने यह भी कहा कि लोकतंत्र को कभी हल्के में नहीं लेना चाहिए। उन्होंने चेताया कि सत्ता का केंद्रीकरण, असहमति का दमन, और संवैधानिक संस्थाओं की अनदेखी जैसी प्रवृत्तियां आज भी किसी न किसी रूप में फिर से उभर सकती हैं- भले ही उन्हें राष्ट्रहित या स्थिरता के नाम पर जायज़ ठहराने की कोशिश की जाए।

Advertisment

आपातकाल एक गंभीर चेतावनी

उनके अनुसार, आपातकाल का अनुभव एक गंभीर चेतावनी है कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए नागरिकों और नेताओं को हमेशा सतर्क रहना चाहिए। थरूर ने अंत में कहा कि आज का भारत 1975 के भारत से बहुत आगे है। अधिक आत्मविश्वासी, अधिक विकसित और कहीं अधिक परिपक्व लोकतंत्र फिर भी उस दौर के सबक आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं।

shashi tharoor | shashi tharoor news

shashi tharoor shashi tharoor news
Advertisment
Advertisment