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Shibu Soren का निधन : राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री मोदी समेत कई विपक्षी नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

शिबू सोरेन के निधन से झारखंड की राजनीति में एक युग का अंत हो गया है। राष्ट्रपति और पीएम मोदी, मल्लिकार्जुन खड़गे और लालू प्रसाद यादव सहित कई बड़े नेताओं ने दुख व्यक्त किया है। शिबू सोरेन ने आदिवासियों और वंचितों के अधिकारों के लिए जीवनभर संघर्ष किया।

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Ajit Kumar Pandey
Shibu Soren का निधन : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई विपक्षी नेताओं ने दी श्रद्धांजलि | यंग भारत न्यूज

Shibu Soren का निधन : राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री मोदी समेत कई विपक्षी नेताओं ने दी श्रद्धांजलि | यंग भारत न्यूज Photograph: (Google)

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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क ।आज सोमवार 4 अगस्त 2025 को झारखंड के दिग्गज नेता और तीन बार मुख्यमंत्री रहे शिबू सोरेन का निधन हो गया है। 80 वर्षीय सोरेन ने दिल्ली के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके निधन से झारखंड की राजनीति में एक युग का अंत हो गया है। 'दिशोम गुरु' के नाम से मशहूर शिबू सोरेन ने जीवनभर आदिवासियों और वंचितों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह सहित कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लालू यादव, प्रियंका गांधी और समाजवादी पार्टी ने शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित किया।

राष्ट्रपति ने जताई गहरी संवेदना

महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि श्री शिबू सोरेन जी का निधन सामाजिक न्याय के क्षेत्र में एक बड़ी क्षति है। उन्होंने आदिवासी अस्मिता और झारखंड राज्य के निर्माण के लिए संघर्ष किया। जमीनी स्तर पर काम करने के अलावा, उन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री और सांसद के रूप में भी योगदान दिया। जनता, विशेषकर आदिवासी समुदायों के कल्याण पर उनके ज़ोर को सदैव याद रखा जाएगा। मैं उनके पुत्र और झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन जी, परिवार के अन्य सदस्यों और प्रशंसकों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं।

पीएम मोदी और खड़गे ने जताया दुख

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शिबू सोरेन का निधन न सिर्फ झारखंड बल्कि पूरे देश की राजनीति के लिए एक बड़ी क्षति है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर गहरा दुख जताया। पीएम ने ट्वीट कर कहा कि शिबू सोरेन जमीनी स्तर के नेता थे, जिन्होंने लोगों के प्रति अटूट समर्पण के साथ सार्वजनिक जीवन में जगह बनाई। उन्होंने विशेष रूप से आदिवासी समुदायों, गरीबों और वंचितों को सशक्त बनाने के लिए काम किया। प्रधानमंत्री ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी बात की और अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी शिबू सोरेन के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक, शिबू सोरेन के निधन से मैं दुःखी हूं।

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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और देश के वरिष्ठतम नेताओं में से एक, श्री शिबू सोरेन जी झारखंड के उन क़द्दावर नेताओं में गिने जाते थे जिन्होंने समाज के कमजोर वर्गों विशेषरूप से जनजातीय समाज के अधिकारों और उनके सशक्तिकरण के लिए आजीवन संघर्ष किया। वे हमेशा ज़मीन और जनता से जुड़े रहे। मेरा भी उनसे लंबा परिचय रहा। उनके निधन से मुझे बहुत दुःख हुआ है। उनके परिवार एवं समर्थकों के प्रति मेरी संवेदनायें।ओम् शांति!

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समाजवादी पार्टी ने कहा कि शिबू सोरेन ने अलग झारखंड प्रदेश और वहाँ के लोगों के जल, जंगल, जमीन के अधिकार और आदिवासी संस्कृति के संरक्षण के लिए आजीवन संघर्ष किया।

'दिशोम गुरु': एक नाम जो संघर्ष का पर्याय बन गया

शिबू सोरेन को सिर्फ एक राजनेता के तौर पर नहीं, बल्कि एक आंदोलनकारी के तौर पर भी जाना जाता था। उन्होंने आदिवासियों के लिए अलग राज्य की मांग को लेकर लंबा संघर्ष किया। उनके आंदोलन का ही नतीजा था कि साल 2000 में बिहार से अलग होकर झारखंड राज्य बना। इसी कारण उन्हें 'दिशोम गुरु' यानी 'देश के मार्गदर्शक' का सम्मान मिला।

शिबू सोरेन का जन्म 1944 में झारखंड के हजारीबाग जिले में हुआ था। उन्होंने अपनी राजनीतिक यात्रा 1970 के दशक में शुरू की। उन्होंने 'झारखंड मुक्ति मोर्चा' (JMM) की स्थापना की और आदिवासियों के शोषण के खिलाफ एक मजबूत आवाज बनकर उभरे। उनके संघर्ष ने लाखों आदिवासियों को एक नई दिशा दी। उनके निधन के बाद झारखंड की राजनीति में एक शून्य पैदा हो गया है, जिसे भरना मुश्किल होगा।

राजनीति के धुरंधर, जिसने हर चुनौती का सामना किया

शिबू सोरेन ने तीन बार झारखंड के मुख्यमंत्री का पद संभाला, लेकिन उनका कार्यकाल कभी भी लंबा नहीं रहा। हालांकि, उनका प्रभाव हमेशा बना रहा। वह केंद्र सरकार में भी कोयला मंत्री के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके थे। वह एक ऐसे नेता थे, जिन्होंने सत्ता में रहते हुए भी जमीन से जुड़े रहना पसंद किया।

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद नेता लालू प्रसाद यादव ने भी उनके निधन पर दुख जताया। उन्होंने कहा, 'शिबू सोरेन का निधन हो गया है। वह दलितों और आदिवासियों के एक महान नेता थे और मेरे उनसे अच्छे संबंध थे।' 

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने भी उनके निधन को दुखद समाचार बताया। उन्होंने कहा, 'यह हम सभी के लिए बहुत दुखद समाचार है। हम उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं।' शिबू सोरेन का निधन एक ऐसी राजनीतिक हस्ती के जाने का प्रतीक है, जिन्होंने अपने जीवन का हर पल समाज के सबसे कमजोर तबके के लिए समर्पित कर दिया था।

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