नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क: एलन मस्क की स्पेस टेक्नोलॉजी कंपनी
SpaceXकी सैटेलाइट इंटरनेट सेवा Starlink ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। कंपनी ने घोषणा की है कि अब Starlink सेवा 140 देशों और क्षेत्रों में सक्रिय हो चुकी है। इसके साथ ही, यह सेवा अब समुद्रों पर भी काम करती है। यानी अब समुद्री जहाजों और क्रूज पर सफर कर रहे लोग भी हाई-स्पीड इंटरनेट का लाभ उठा सकते हैं।
60 लाख से अधिक उपयोगकर्ता जुड़े
SpaceX के अनुसार
Starlink के माध्यम से अब तक 60 लाख से ज्यादा लोग तेज और भरोसेमंद इंटरनेट से जुड़ चुके हैं। यह आंकड़ा इंटरनेट कनेक्टिविटी की दुनिया में एक बड़ी छलांग माना जा रहा है, खासतौर पर उन क्षेत्रों के लिए जहां परंपरागत इंटरनेट सेवाएं या मोबाइल नेटवर्क नहीं पहुंच पाते।
दूरदराज और पिछड़े इलाकों के लिए वरदान
Starlink की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह सेवा दूरदराज़ और ग्रामीण इलाकों में भी आसानी से उपलब्ध हो सकती है। जहां फाइबर ऑप्टिक या मोबाइल टावर पहुंचाना मुश्किल होता है, वहां Starlink अपने उपग्रह नेटवर्क के माध्यम से इंटरनेट सेवा उपलब्ध कराता है। यही कारण है कि यह सेवा दुनिया के पिछड़े, पर्वतीय, रेगिस्तानी और द्वीपीय क्षेत्रों में भी इंटरनेट क्रांति ला रही है। SpaceX ने स्पष्ट किया है कि Starlink की सेवा अब सिर्फ जमीन पर नहीं, बल्कि समुद्रों में भी चालू है। इसका मतलब यह है कि व्यापारी जहाज, नौकाएं, मछुआरे और क्रूज़ जहाजों पर भी अब इंटरनेट की कनेक्टिविटी संभव हो गई है। यह वैश्विक व्यापार, समुद्री सुरक्षा, और पर्यटन उद्योग के लिए एक बड़ी राहत है।
ग्राहकों का धन्यवाद
SpaceX ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि हम Starlink की सेवाओं पर भरोसा जताने के लिए दुनियाभर के सभी ग्राहकों का दिल से धन्यवाद करते हैं। आप सभी की वजह से हम इंटरनेट को और अधिक लोकतांत्रिक और वैश्विक बना रहे हैं। भारत में Starlink सेवा को लेकर पहले कुछ तकनीकी और प्रशासनिक अड़चनें सामने आई थीं, लेकिन अब कंपनी फिर से बाजार में अपनी पकड़ बनाने की तैयारी कर रही है। यदि सरकार से सभी आवश्यक मंजूरियां मिल जाती हैं। तो Starlink भारत के ग्रामीण इलाकों के लिए गेमचेंजर साबित हो सकती है। SpaceX का लक्ष्य है कि आने वाले वर्षों में Starlink सेवा को दुनिया के लगभग हर कोने तक पहुंचाया जाए, जहां इंटरनेट अभी भी एक सपना है। कंपनी अपने सैटेलाइट नेटवर्क को और अधिक मजबूत बना रही है ताकि और अधिक तेज़, स्थिर और व्यापक सेवा मुहैया कराई जा सके।