/young-bharat-news/media/media_files/2025/02/02/kMeStgiezH7HTGnPYisN.jpg)
हैदराबाद, वाईबीएन नेटवर्क
तेलंगाना कांग्रेस पार्टी में असंतोष की लहर तेज हो गई है, जब पार्टी के 10 विधायकों ने एक गुप्त बैठक की, जिससे पार्टी नेतृत्व में बेचैनी फैल गई। मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी अब विधायकों के बीच बढ़ते असंतोष को शांत करने के लिए अपने सभी मंत्रियों के साथ बैठक करने वाले हैं। इन असंतुष्ट विधायकों का कहना है कि उन्हें मंत्री पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी के साथ समस्याएं हैं।
पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी ने बैठक में भाग लिया
मंत्री पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी ने मुख्यमंत्री की बुलाई गई बैठक में शामिल होने के लिए अपना पलेयर दौरा रद्द कर दिया है। इस कदम से यह संकेत मिलता है कि बैठक की अहमियत को समझते हुए, उन्हें पार्टी के अंदर चल रहे असंतोष को दूर करने का दबाव महसूस हो रहा है। मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने यह सुनिश्चित करने के लिए कि बैठक में केवल पार्टी के उच्चतम स्तर के नेता शामिल हों, अधिकारियों को भी बैठक से बाहर रहने का निर्देश दिया।
इसे भी पढ़ें-Delhi Election: फ्री में पैसे ले लेना, लेकिन सियाही मत लगवाना...वोटिंग से पहले चिंता में अरविंद केजरीवाल
गुप्त बैठक के बाद बढ़ी अटकलें
कांग्रेस के 10 विधायकों ने विधायक अनिरुद्ध रेड्डी के फार्महाउस पर बैठक की, जिससे पार्टी में मतभेदों की अफवाहें तेज हो गईं। बैठक में शामिल होने वाले विधायकों में नैनी राजेंदर रेड्डी, भूपति रेड्डी, येनम श्रीनिवास रेड्डी, मुरली नाइक, कुचुकुल्ला राजेश रेड्डी, संजीव रेड्डी, अनिरुद्ध रेड्डी, लक्ष्मीकांत, दोंती माधव रेड्डी और बीरला इलैय्या शामिल थे। इस बैठक के बाद कांग्रेस में अंदरूनी मतभेदों को लेकर अटकलें और सवाल उठने लगे।
मल्लू रवि ने बगावत की अफवाहों को नकारा
नागरकर्नूल के सांसद मल्लू रवि ने इस बैठक को सिर्फ एक डिनर मीटिंग बताया, और उन्होंने विपक्षी दलों पर इसे तूल देने का आरोप लगाया। नई दिल्ली में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह बैठक आईटीसी कोहिनूर में हुई थी, न कि किसी फार्महाउस पर। मल्लू रवि ने यह भी स्पष्ट किया कि डिनर में 10 विधायकों को बुलाया गया था, लेकिन केवल आठ ही पहुंचे। उन्होंने कहा कि उन्होंने सभी विधायकों से व्यक्तिगत रूप से बात की है और किसी भी बगावत की संभावना को सिरे से नकारा किया।
इसे भी पढ़ें- दलित युवती की हत्या पर सांसद अवधेश प्रसाद फूट-फूटकर रोए : बोले- लोकसभा में उठाऊंगा मुद्दा, न्याय नहीं मिला तो दूंगा इस्तीफा
आंतरिक असंतोष और आने वाले चुनावों का खतरा
कांग्रेस आलाकमान को अब चिंता है कि आगामी स्थानीय निकाय और एमएलसी चुनावों से पहले पार्टी में इस तरह के विवाद और असंतोष से जनता में गलत संदेश जा सकता है। पार्टी के भीतर असंतोष की इन बढ़ती आवाज़ों से निपटना अब कांग्रेस के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है।
इसे भी पढ़ें- On Line: संवाद में शिक्षिकाओं से प्लास्टिक बहिष्कार पर संवाद
/young-bharat-news/media/agency_attachments/2024/12/20/2024-12-20t064021612z-ybn-logo-young-bharat.jpeg)
Follow Us
/young-bharat-news/media/media_files/2025/04/11/dXXHxMv9gnrpRAb9ouRk.jpg)