नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। जम्मू-कश्मीर में पहलगाम आतंकी हमले के बाद सुरक्षाबलों ने आतंकियों के खिलाफ सख्त अभियान छेड़ दिया है। सेना घाटी में पूरी तरह एक्टिव है और आतंकियों को एक-एक कर निशाना बना रही है। गुरुवार सुबह पुलवामा जिले के त्राल क्षेत्र में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को ढेर कर दिया। यह मुठभेड़ आठ घंटे तक चली। त्राल के नादेर गांव में मारे गए ये तीनों आतंकी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े थे। खुफिया इनपुट के बाद सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी की, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हुई। सुरक्षा बलों की जवाबी कार्रवाई में मारे गए आतंकियों की पहचान आसिफ अहमद शेख, आमिर नजीर वानी और यावर अहमद भट के रूप में हुई है।
जैश का कमांडर था आसिफ अहमद शेख
एनकाउंटर में मारा गया आसिफ अहमद शेख जैश का कमांडर बताया जा रहा है। त्राल में मारे गए आतंकियों का लिंक पाकिस्तान स्थित आतंकी नेटवर्क से जुड़ा हुआ है। ये सभी अवंतीपोरा के त्राल इलाके में छिपे हुए थे। सुरक्षा बलों की सतर्कता के चलते इनका सफाया कर दिया गया। यह मुठभेड़ बीते 48 घंटे में दूसरी बड़ी कार्रवाई है। दो दिन पहले शोपियां जिले में हुई मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकी मारे गए थे, जिनमें संगठन का ऑपरेशनल चीफ शाहिद कुट्टे भी शामिल था। माना जा रहा है कि उसका भी पहलगाम हमले में हाथ था।
22 अप्रैल को हुआ था पहलगाम हमला
22 अप्रैल को पहलगाम के बैसरन मैदान में लश्कर-ए-तैयबा के पाकिस्तानी आतंकियों ने पर्यटकों और एक स्थानीय नागरिक की नृशंस हत्या कर दी थी। इसके बाद से ही पूरे कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है। सुरक्षा एजेंसियां अब यह भी जांच कर रही हैं कि पुलवामा में मारे गए आतंकियों का कनेक्शन पहलगाम हमले से था या नहीं। फिलहाल, कश्मीर घाटी में आतंकी संगठनों के सफाए की मुहिम लगातार जारी है।