Advertisment

India- Pakistan Cesefire: क्या ट्रंप ने बनाई रात भर जागकर संघर्ष विराम की रणनीति

आज जब आप दिन भर अपने कामकाज में लगे थे, उस समय अमेरिका में रात थी, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, विदेश मंत्री मार्को रूबियो और जेडी वेंस भारत- पाक की सुलह कराने में लगे थे।

author-image
Dhiraj Dhillon
अमेरिकी उप राष्ट्रपति जेडी वेंस, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और विदेश मंत्री मार्को रूबियो

Photograph: (Google)

Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शुरू से भारत- पाकिस्तान के बीच बढ़ रहे तनाव पर संजीदा थे, और आखिर इस संजीदगी को आयाम भी मिला। इस आयाम को हासिल करने में डोनाल्ड ट्रंप की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दोस्ती भी उनके काम आई। उन्होंने अपने ट्वीट में भी इस बात को जाहिर भी किया कि वे इस सुलह के लिए कितने लगे हुए थे। ट्रंप ने लिखा है कि लंबी रात के डिस्कशन के बाद आखिर “सुबह” हुई और दोनों देश (भारत-पाकिस्तान) सीजफायर के लिए राजी हो गए।  

Advertisment

सुबह होते ही ट्रंप कर दिया सुलह का ऐलान

भारत- पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने के साथ ही चिंतित हो उठे डोनाल्ड ट्रंप ने पूरी रात जागकर भारत- पाकिस्तान के बीच शांति कायम करने की पटकथा लिख डाली और सुबह होते ही अपने चिर परिचित अंदाज में सुलह और सहमति का ऐलान भी कर दिया। शनिवार शाम पांच बजे दोनों देशों ने सीजफायर का ऐलान कर दिया, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इससे पहले ही ऐलान कर चुके थे कि आतंकी हमले को भारत युद्ध मानकर ऐसे ही कार्रवाई करेगा। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने भी अपने ट्विटर हैंडल से बताया कि वे खुद और उप राष्ट्रपति जेडी वेंस पूरी रात भारत और पाकिस्तान से बात करते रहे और आखिर सुबह होने पर परिणाम सुबह जैसा ही खुशनुमा था।

अमेरिका में हुई सुबह संदेश पूरी दुनिया में

Advertisment

भारतीय समय के अनुसार जब भारत में शाम के पांच बजे सीजफायर का ऐलान हुआ तो उस समय अमेरिका में सुबह ‌के साढ़े पांच बजे थे। यानी आज अमेरिकी सुबह भारत और पाकिस्तान के लिए एक सौगात लेकर आई, शांति की सौगात, सीजफायर की सौगात। खुशनुमा सौगात। अमेरिका के प्रयास से भारत और पाकिस्तान में शाम के समय सुबह सी होती नजर आई। इससे पहले शनिवार को दिन भर जहां पांकिस्तान की ओर से हमलों की खबरें आती रहीं और भारतीय नौजवानों की बाजुएं फड़फड़ाती रहीं तो भारतीय सेना ने एक के बाद, पूरे सात एयरबेस ध्वस्त करने की खबरें देती रही। 

ऑपरेशन सिंदूर ने बता दिया- आतंक अब और नहीं 

22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत को बदला लेने में समय जरूर लगा, लेकिन 7 मई को भारतीय सेनाओं ने केवल 25 मिनट में सैक‌ड़ों आतंकियों को हमेशा के लिए सुलाकर बड़ा इतिहास रच दिया। उसके बाद भी भारतीय सेनाओं के पराक्रम का दौर जारी रहा तो भारत के शीर्ष नेतृत्व ने कूटनीति को बेपटरी नहीं होने दिया। मोदी सरकार ने बता दिया कि भारत का नेतृत्व जो कहता है, वह करके भी दिखा देता है। इस सबके साथ भारत और भारत का ऑपरेशन सिंदूर यह संदेश देने में कामयाब रहा कि आतंक अब और नहीं।

Advertisment

बड़ी कूटनीतिः आत‌ंकी हमले को मानेंगे युद्ध

संघर्ष विराम से पहले भारत की यह घोषणा कि आगे से पाकिस्तान प्रायोजित आतंकी संगठनों ने यदि कोई हमला किया तो इसे युद्ध माना जाएगा और उसी के हिसाब भारत आगे की कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र होगा, भविष्य में इसे बड़ी और सफल कूटनीति  माना जाएगा। भारत ने सीजफायर के लिए तैयार होकर यह भी जाहिर कर दिया भारत शांति के लिए आगे बढ़ने में भी पीछे नहीं रहता।

अपनी बात से नहीं डिगा भारत

Advertisment

दोनों देशों के बीच चार दिन तक चले संघर्ष के बाद भी भारत न तो अपनी बात से डिगा और न ही वसूलों से गिरा। बेशक पाकिस्तान ने खूब गिर‌गिटिया रंग दिखाए, नागरिकों पर भी हमले किए लेकिन भारत ने एक भी हमला ऐसा नहीं किया, जिसमें पाकिस्तान के आम नागरिकों को कोई नुकसान हुआ हो। वैश्विक पटल पर चौड़े होकर अपनी बात रखने का मादा भी भारत को उसके इन्ही वसूलों ने दिया। 

 

Advertisment
Advertisment