Advertisment

UP News मारपीट में सस्पेंड Police इंस्पेक्टर बेच रहा है चाय, जानिए क्या है पूरा मामला?

झांसी में निलंबित इंस्पेक्टर ने एसपी ऑफिस से 200 मीटर की दूरी पर चाय की दुकान खोली है। उन्होंने बताया कि सैलरी से गुजर बसर नहीं हो रहा है। उन्होंने पुलिस पर साजिश रचने का गंभीर आरोप लगाया है।

author-image
Vivek Sharma
chay1
Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

झांसी, वाईबीएन नेटवर्क।

यदि आपने अजय देवगन की फिल्म 'गंगाजल' देखी हो तो उसमें एक गजब का सीन है। इस फिल्म में पुलिस विभाग से निलंबित दरोगा चाय की दुकान चलाता है और जब एसपी बने अजय देवगन वहां से गुजरते हैं तो वे उसकी दुकान पर चाय भी पीते हैं। आप सोच रहे होंगे कि आखिर हम आपको यह क्यों आपके बता रहे हैं। दरअसल, कुछ ही मामला यूपी के झांसी में भी आया है। झांसी में एक नई चाय की दुकान खुली है। चाय की दुकान खुलना कोई अनोखी बात नहीं है, लेकिन अगर कोई इंस्पेक्टर चाय की दुकान खोलता है, तो यह बात चर्चा का विषय बन ही जाती है। जी हां, झांसी में निलंबित चल रहे इंस्पेक्टर मोहित यादव ने एसएसपी के दफ्तर के पास ही चाय की दुकान खोल ली है। आरआई से विवाद के बाद इंस्पेक्टर मोहित यादव को निलंबित कर विभागीय जांच बिठा दी गई थी। मोहित यादव का यह कदम सुर्खियों में है। पुलिस महकमे में इसे लेकर तेजी से चर्चा चल रही हैं।

यह भी पढ़ेंः Delhi Election ः चुनावी जंग का मैदान तैयार, आज शाम 5 बजे थम जाएगा चुनाव प्रचार

नहीं लूंगा सैलरी, चाय बेच कर चलाऊंगा घर

दूसरी ओर निलंबित इंस्पेक्टर मोहित यादव ने कहा कि उन्होंने अपने परिवार का पेट पालने के लिए यह दुकान खोली है। जांच अधिकारी को लिखे पत्र का भी कोई जवाब नहीं मिलता है। मेरा और पत्नी का फोन टेप किया जा रहा है। मेरे बच्चे स्कूल जाते हैं। ऐसे में कुछ भी हो सकता है। डीआईजी के दफ्तर में मैंने यह एप्लिकेशन दे दी है कि निलंबन अवधि में मैं आधी सैलरी भी नहीं लूंगा। मैं अपना खुद का व्यापार करूंगा। चाय की दुकान से ही घर का खर्च चलाऊंगा।

यह भी पढ़ें: 

थाने में फूट फूटकर रोया था इंस्पेक्टर

निलंबित इंस्पेक्टर मोहित यादव का पुलिस लाइन में छुट्टी को लेकर RI (प्रतिसार निरीक्षक) से 15 जनवरी को विवाद हो गया था। इंस्पेक्टर मोहित यादव ने आरोप लगाया था कि पुलिस लाइन में RI से छुट्टी मांगने गए थे। RI ने उनसे अभद्रता कर प्राईवेट पार्ट पर लात मारकर भगा दिया था। पुलिस लाइन में विवाद के बाद इंस्पेक्टर ने पुलिस बुलाई थी जिसके बाद पुलिस उन्हें लेकर नवाबाद थाने पहुंची। यहां शिकायत लिखने के लिए मोहित जमीन पर ही बैठ गए और फूट फूटकर रोने लगे। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था।

Advertisment

यह भी पढ़ें: MahaKumbh Stampede: दोनों सदनों में भारी हंगामा, विपक्षी सांसदों का वॉकआउट

क्या कहते हैं आरआई?

दूसरी ओर प्रतिसार निरीक्षक सुभाष सिंह ने बताया कि वे कार्यालय बैठे काम कर रहे थे। उसी समय इंस्पेक्टर मोहित यादव आ गए और बोले परमिशन क्यों नहीं कराई गई? इस पर उन्होंने कहा कि वह खुद ही एसएसपी से परमिशन करवा लें। इतना सुनते ही मोहित यादव ने उनका कालर पकड़ लिया और धमकी देने लगे। मुझे जमीन पर पटक दिया। शिकायती पत्र देकर कार्रवाई करने की मांग की है। 

यह भी पढ़ें: Durg Hospital में हुई नवजातों की अदला-बदली, साधना पाल रही शबाना का 'लाल'

क्या कहते हैं एसपी सिटी? 

Advertisment

वहीं एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि अनुशासनहीनता और विवेचना में लापरवाही के कारण मोहित यादव को निलंबित किया गया था। जिनके खिलाफ चार जांचें चल रही है। 3 सितंबर 2001 को मोहित यादव को ललितपुर से झांसी ट्रांसफर किया गया था। जिनके खिलाफ चार जांच चल रही है।

Advertisment
Advertisment