Advertisment

अवैध अप्रवासियों के खिलाफ Donald trump का बड़ा कदम, C-17 सैन्य विमान से भेजे जा रहे इंडियंस

Donald trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश के बाद अमेरिका ने अवैध अप्रवासियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर निर्वासन अभियान शुरू किया है। इसी के तहत सोमवार को एक अमेरिकी सैन्य विमान अवैध प्रवासियों को लेकर भारत के लिए रवाना हुआ।

author-image
Vivek Sharma
DONALD TRUMP 001
Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

नई दिल्ली ,वाईबीएन नेटवर्क।

अमेरिका में सत्ता संभालने के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने देश में अवैध प्रवासियों को बाहर निकालने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। इसके बाद अब अमेरिका में बसे भारतीय अवैध प्रवासियों को भारत डिपोर्ट करने के लिए अमेरिका से C-17 विमान रवाना हो गया है। एक अमेरिकी अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने इमिग्रेशन एजेंडे को पूरा करने के लिए सेना की मदद ली है, जिसके तहत ही सैन्य एयरक्राफ्ट की मदद से लोगों को डिपोर्ट करने का काम शुरू किया जा चुका है।

न सिर्फ भारतीय प्रवासियों को अमेरिका डिपोर्ट कर रहा है बल्कि उस ने मेक्सिको के अवैध प्रवासियों को निकालने के लिए भी अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर अतिरिक्त सैनिकों को भेजा है। अमेरिका के एक अधिकारी ने कहा, अमेरिका का एक सैन्य विमान C-17 भारतीय प्रवासियों को डिपोर्ट करने के लिए रवाना हो गया है, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि यह विमान अगले 24 घंटे तक भारत नहीं पहुंचेगा।

यह भी पढ़ें: Delhi Election: प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भाजपा की प्रतिष्ठा दांव पर, केजरीवाल के लिए बड़ी चुनौती

7 लाख से अधिक अवैध भारतीय प्रवासी

इसी के साथ पेंटागन ने एल पासो, टेक्सास और सैन डिएगो, कैलिफोर्निया में अमेरिकी अधिकारियों द्वारा रखे गए 5,000 से अधिक अप्रवासियों को डिपोर्ट करने के लिए फ्लाइट देना भी शुरू कर दिया है। अब तक, सैन्य विमान प्रवासियों को ग्वाटेमाला, पेरू और होंडुरास ले गए हैं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सत्ता संभालने के बाद अमेरिका में अवैध प्रवासियों को देश से डिपोर्ट करने के लिए मुहिम शुरू कर दी है और अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया है। ट्रंप के आदेश के बाद अमेरिकी आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन (आईसीई) ने देश से डिपोर्ट करने के लिए के लिए 1.5 मिलियन लोगों की लिस्ट बनाई है, जिसमें 18 हजार भारतीय भी शामिल हैं। 
प्यू रिसर्च सेंटर के आंकड़ों के अनुसार, भारत से लगभग 7,25,000 अवैध अप्रवासी अमेरिका में रहते हैं, जो मेक्सिको और अल साल्वाडोर के बाद अमेरिका में रह रहे अवैध प्रवासियों की सबसे बड़ी आबादी है। 

Advertisment

यह भी पढ़ें: World Cancer Day:आईआईटी मद्रास ने अपनी तरह का पहला कैंसर जीनोम डेटाबेस तैयार किया

पीएम मोदी और ट्रंप ने की थी बातचीत

डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता संभालने के बाद पहली बार भारतीय अवैध प्रवासियों को भारत डिपोर्ट किया जाएगा। ट्रंप और विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ अपनी-अपनी बातचीत के दौरान अमेरिका में बसे अवैध भारतीयों को लेकर पहले ही चिंता जताई थी।

राष्ट्रपति ट्रंप ने पीएम मोदी से बातचीत के बाद कहा था कि उन्होंने इमिग्रेशन को लेकर पीएम से बात की थी। साथ ही उन्होंने कहा था कि जब “अवैध अप्रवासियों” को वापस लेने की बात आएगी तो भारत ‘वही करेगा जो सही होगा’। विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने जब भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ मुलाकात की थी तो उस समय रुबियो ने उन से अवैध प्रवासियों को लेकर बातचीत की थी। इस दौरान एस जयशंकर ने कहा था कि भारत अवैध तरीके से किसी देश में रहने का विरोध करता है। एस जयशंकर ने कहा था कि अगर हमारे कोई नागरिक अवैध तरीके से अमेरिका में रह रहे हैं और हम इस बात की अच्छे से जांच कर लेते हैं कि वो भारतीय नागरिक हैं तो हम भारत में उनकी वैध वापसी के लिए तैयार हैं। 

Advertisment

यह भी पढ़ें: CCSI Airport : लखनऊ एयरपोर्ट की ​बिजली गुल, छाया अंधेरा, मची अफरा-तफरी

Advertisment
Advertisment