नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क ।
उत्तराखंड के जिला चमोली में माणा क्षेत्र के पास शुक्रवार को आए बर्फीली बाढ़ में फंसे मजदूरों को रेस्क्यू करने का काम तेज कर दिया गया है। साथ ही अस्पताल में भर्ती 4 मजदूरों की मौत हो गई है। तो वहीं चमोली में अभी भी हिमस्खलन का खतरा बना हुआ है।
हिमस्खलन बचाव अभियान अभी जारी है। सड़कें अवरुद्ध होने के कारण कुल छह हेलिकॉप्टरों को लोगों को निकालने के लिए तैनात किया गया है। लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष श्रीवास्तव पीआरओ डिफेंस देहरादून की ओर से जानकारी दी गई कि अभी तक 47 में से 23 मजदूरों को जोशीमठ पहुंचाया जा चुका है। अब तक 4 घायलों की इलाज के दौरान की मौत की पुष्टि हुई है। फंसे मजदूरों को निकालने के लिए प्राथमिकता दी जा रही है।
चमोली के माणा में हुए हिमस्खलन को देखते हुए एसडीआरएफ मुख्यालय जौलीग्रांट से अलर्ट जारी करते हुए तीन हाई एल्टीट्यूट रेस्क्यू टीमों को जौलीग्रांट, सहस्रधारा और गोचर में तैनात किया गया। गोचर और सहस्रधारा में आठ-आठ लोगों की दो टीमों और जौलीग्रांट मुख्यालय में बटालियन की दस लोगों की एक टीम को तैनात किया गया है। इन टीमों को सेटेलाइट फोन और बर्फ में रेस्क्यू के लिए जरूरी उपकरणों के साथ तैनात किया गया है।
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