ईद का त्योहार पूरे देश में उल्लास के साथ मनाया जा रहा है लेकिन देश के विभिन्न हिस्सों से आ रही विवाद की खबरें खुशी में खल डाल रही हैं। राजस्थान के टोंक में नमाजी और पुलिस आमने - सामने आ गए हैं तो मेरठ के जानी में मुस्लिम समुदाय के ही दो पक्ष आपस में भिड़ गए है। इसके अलावा मेरठ में नमाजियों ने सड़क पर पोस्टर लहराए हैं कि हिंदुओं के सारे त्योहार सड़क पर मनाए जाते हैं तो हमारी नमाज पर पाबंदी क्यों?
ईद की नमाज के बाद लहराए पोस्टर
Meerut में ईद की नमाज के बाद मुस्लिमों ने एक पोस्टर लहराया। इस पर लिखा था- सड़कों पर सिर्फ मुस्लिम नमाज नहीं पढ़ते हैं। हिन्दू होली सड़कों पर मनाता है, शिवरात्रि सड़कों पर मनाता है, कांवड़ यात्रा सड़क पर निकलती है, रामनवमी यात्रा सड़क पर करता है। दिवाली पर पटाखे सड़क पर फोड़ता है और गणेश चतुर्थी सड़कों पर मनाता है।
जानिए मुरादाबाद में क्या हुआ
Moradabad में नमाज के दौरान ईदगाह में जबरदस्त हंगामा हुआ। दरअसल नमाजियों ने पुलिस पर ईदगाह आने से रोके जाने का आरोप लगाकर हंगामा खड़ा कर दिया। पुलिस और नमाजियों के बीच झड़प होने की भी खबर है। हालांकि मुरादाबाद पुलिस के मुताबिक स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। एसपी सिटी रणविजय सिंह के मुताबिक नमाजियों को समझाने के बाद वे शांत हो गए और नमाज शांतिपूर्ण ढंग अता की गई। पुलिस अलर्ट पर है, हालांकि कोई अप्रिय खबर नहीं है। लोग खुशी से त्योहार मना रहे हैं।
अखिलेश यादव ने रोके जाने का आरोप लगाया
उधर Lucknow में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को पुलिस द्वारा रोके जाने की खबर आई है। अखिलेश यादव ने कहा, "जब मैं ईद समारोह में शामिल होने आ रहा था तो जानबूझकर मुझे पुलिस ने मुझे रोका। एक घंटे तक बातचीत करने के बाद मुझे आगे जाने दिया गया। जब मैंने जानना चाहा कि आखिरकार ऐसा क्यों किया जा रहा है तो किसी अधिकारी के पास कोई जवाब नहीं था। उन्होंने कहा है कि मैं इसे क्या समझूं? क्या ऐसा दबाव इसलिए बनाया जा रहा है कि हम दूसरे लोगों के समारोह में शामिल ना हों? भाजपा यह देश संविधान से नहीं चला रही है।"