समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा द्वारा पेश किए गए
वक्फ बोर्ड विधेयक पर कड़ा विरोध जताया है। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी अपने वोट बैंक को बढ़ाने के लिए यह विधेयक लाई है और इसके पीछे उद्देश्य मुस्लिम वोटों का बंटवारा करना है। अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि भाजपा के फैसले हमेशा अपने वोट बैंक को मजबूत करने के लिए होते हैं और इस बिल के माध्यम से वह अपने हित साधने की कोशिश कर रही है।
वक्फ बिल पर सपा का कड़ा विरोध
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा का हर फैसला वोटों के लिए होता है। यह वक्फ बिल भी एक सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है, जिससे वे मुस्लिम वोटों को बांटना चाहते हैं। भाजपा को अपनी हार के बाद, खासकर उत्तर प्रदेश में अपने वोट बैंक को बढ़ाने की चिंता है। वे इस विधेयक के जरिए समाज में ध्रवीकरण करना चाहते हैं। अखिलेश ने कहा कि यह बिल मुस्लिम समुदाय के बीच में एक दरार डालने का प्रयास है और भाजपा की रणनीति स्पष्ट है। भाजपा का इतिहास ऐसे फैसलों से भरा पड़ा है, जिनसे समाज में बंटवारा और नफरत फैलाने का काम हुआ है। हम इस बिल के खिलाफ हैं क्योंकि यह भाजपा के नियंत्रण की राजनीति का हिस्सा है।
महिलाओं को वक्फ बोर्ड में शामिल करने पर भी कसा तंज
सपा प्रमुख ने भाजपा द्वारा वक्फ बोर्ड में दो महिलाओं को सदस्य बनाने की बात पर भी तंंज कसा। उन्होंने कहा कि भाजपा ने वक्फ बोर्ड में दो महिलाओं को सदस्य बना दिया है, लेकिन बिहार में चुनाव है, तो मैं देखूंगा कि भाजपा वहां कितनी महिलाओं को टिकट देती है। यह केवल चुनावी दांव है।
अखिलेश यादव ने भाजपा पर तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा हमेशा विपक्ष पर तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाती है, लेकिन क्या वे ईद पर किट बांटकर तुष्टीकरण नहीं कर रहे हैं? यह दोहरा मानदंड है, जिसे भाजपा खुद अपनाती है।
भाजपा की रणनीति पर कड़ी प्रतिक्रिया
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा देशभर में हर जगह अपनी सरकार की पकड़ मजबूत करना चाहती है, और यही कारण है कि वह वक्फ बोर्ड विधेयक लेकर आई है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा का यह कदम उन फैसलों की तरह है, जो भारत की संस्कृति और भाईचारे के खिलाफ हैं, जैसे कि जीएसटी, नोटबंदी, और अन्य फैसले, जिनका देश को भारी नुकसान हुआ। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि समाजवादी पार्टी भाजपा की राजनीति के इस प्रकार के फैसलों का विरोध करती है और इसके खिलाफ हमेशा खड़ी रहेगी।
विपक्षी एकजुटता की जरूरत
अखिलेश यादव ने विपक्ष से एकजुट होने की अपील करते हुए कहा कि
भाजपा के ऐसे फैसले देश के लोकतंत्र और समाज की एकता के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी इस बिल का विरोध करती है, क्योंकि यह भाजपा के सत्ता में बने रहने के लिए समाज में नफरत और विभाजन फैलाने का एक और कदम है। हमें इस पर एकजुट होकर विरोध करना चाहिए। इस प्रकार सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा के वक्फ बिल पर तीखा हमला बोलते हुए इसे वोट बैंक की राजनीति और समाज में ध्रवीकरण की साजिश बताया है।