Waqf Bill: दिल्ली ही नहीं पूरे देश में आज एक ही चर्चा होगी, वक्त संसोधन विधेयक।
संसदीय कार्य और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू आज प्रश्नकाल के बाद Joint Parliamentary Committee (JPC) द्वारा पास किया गया वक्फ बिल Lok Sabha में रखेंगे। इस बिल पर सदन में चर्चा होगी। चर्चा के लिए आठ घंटे का समय रखा गया है। एनडीए सरकार ने इस बिल को सदन में पास कराने के लिए कमर कस ली है। सभी सहयोगी दल इस मुद्दे पर सरकार के साथ हैं। भाजपा ने अपने सांसदों को व्हिप जारी कर अनिवार्य रूप से सदन में उपस्थित रहने को कहा है।
इन बातों पर होना है संसोधन
वक्फ यदि किसी संपत्ति पर दावा करता है तो उस संपत्ति का मालिक वक्फ ट्रिब्यूनल के अलावा कहीं न्याय की अपील नहीं कर सकता। वक्फ के दावे पर संपत्ति स्वामी को इस बात के साक्ष्य ट्रिब्यूनल के सामने रखने होंगे कि वास्तव में संपत्ति का वही मालिक है। वक्फ कानून कहता है कि इस्लामिक कार्यों के लिए इस्तेमाल करने पर संपत्ति पर वक्फ का मालिकाना हक हो जाता है। वक्फ बोर्ड में न तो किसी महिला नियुक्ति हो सकती और न ही गैर मुस्लिम की।
सरकार वक्फ की संपत्तियों के बेहतर प्रबंधन के लिए संसोधन चाहती है।
ये किए जा रहे हैं संसोधन
वक्फ संसोधन विधेयक के मुताबिक यदि किसी संपत्ति पर वक्फ का दावा आता है तो संपत्ति स्वामी वक्फ ट्रिब्यूनल के अलावा राजस्व परिषद, सिविल कोर्ट, हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में भी अपील कर सकेगा। जब तक कोई संपत्ति स्वामी वक्फ को दान नहीं करेगा तब तक वक्फ को उस संपत्ति पर मालिकाना हक नहीं मिलेगा। भले ही उसका इस्तेमाल कितने ही समय से इस्लामिक कार्यों, यहां तक कि मस्जिद के लिए किया जा रहा हो। वक्फ बोर्ड में दो महिलाओं और दो गैर मुस्लिम सदस्यों की नियुक्ति होगी। इसके साथ ही अधिनियम का नाम बदलना, परिभाषाओं को अपडेट करना, पंजीकरण प्रक्रिया में सुधार और संपत्ति के बेहतर प्रबंधन के लिए डिजिटल तकनीक का इस्तेमाल करना संसोधन में शामिल है।
अगस्त, 2024 में आया था सदन में
वक्फ संसोधन विधेयक पहली बार अगस्त, 2024 में सदन के सामने रखा गया था। विवाद और तीखी बहस के बाद बिल संयुक्त संसदीय समिति को भेज दिया गया। भाजपा सांसद जगदंबिका पाल की अध्यक्षता में गठित संसदीय समिति ने विधेयक की समीक्षा करने के बाद पास कर दिया है। उसके बाद एक बार फिर यह विधेयक आज लोकसभा में रखा जाएगा।
इंडिया गठबंधन करेगा विरोध में मतदान
वक्फ संसोधन विधेयक दोपहर करीब 12 बजे सदन के सामने रखे जाने की तैयारी है। उसके बाद इस पर चर्चा होगी। चर्चा के लिए आठ घंटे का समय निर्धारित किया गया है, हालांकि विपक्ष ने 12 घंटे की मांग की है। चर्चा के बाद इस पर मतदान होगा और इंडिया गठबंधन ने विधेयक के विरोध में मतदान का फैसला लिया है। इस बीच सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोंकझोक के आसार हैं।