मध्य प्रदेश, वाईबीएन नेटवर्क।
मध्यप्रदेश में वक्फ एक्ट लागू होते ही पहला बड़ा एक्शन सामने आया है। पन्ना जिले में 20 साल से चल रहे एक मदरसे पर बुलडोज़र चला दिया गया। खास बात यह रही कि इस अवैध मदरसे को खुद संचालकों ने ध्वस्त करवाया। इस कार्रवाई से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है।
क्या है पूरा मामला?
यह मदरसा करीब 20-30 साल से संचालित हो रहा था। आरोप है कि यह मदरसा वक्फ संपत्ति पर अवैध रूप से बनाया गया था। कुछ स्थानीय लोगों और एक मुस्लिम नागरिक ने इसकी शिकायत सबसे पहले की, जिसके बाद मामला भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा तक पहुंचा। वीडी शर्मा की ओर से अधिकारियों को मामले की जानकारी दी गई और प्रशासन ने मदरसा संचालकों को नोटिस भेज दिया।
संचालकों ने खुद बुलाया बुलडोज़र
प्रशासनिक कार्रवाई से पहले ही मदरसा संचालकों ने खुद बुलडोज़र मंगवाया और मदरसे को ढहाना शुरू कर दिया। प्रशासन के मुताबिक, यह कदम नोटिस के जवाब में उठाया गया और कार्रवाई पूरी तरह स्वैच्छिक रही। हालांकि संचालकों का कहना है कि उन्होंने स्थानीय पंचायत से इजाजत ली थी, लेकिन अब यह इलाका नगर निगम में शामिल हो गया है, जिससे निर्माण को अवैध माना जा रहा है।
पुराना विवाद, नया कानून और तेज़ कार्रवाई
बताया गया कि यह मामला सालों से कोर्ट में चल रहा था, लेकिन हाल ही में वक्फ संशोधन विधेयक पास होने के बाद अधिकारियों ने सख्ती दिखाते हुए सीधे कार्रवाई की चेतावनी दे दी। इससे पहले दिए गए कई नोटिसों को भी नजरअंदाज किया जा चुका था।
राजनीतिक प्रतिक्रिया भी तेज
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने इस कार्रवाई को सही ठहराते हुए कहा कि मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने खुद उनके पास आकर शिकायत की थी कि कुछ लोग वक्फ संपत्तियों पर अनैतिक गतिविधियां चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि नए वक्फ कानून के बाद अब ऐसे मामलों पर सख्त कार्रवाई संभव हो सकेगी और इस संपत्ति का सही उपयोग अल्पसंख्यकों के विकास में किया जाएगा।
जनता में फैली चर्चा और सियासी हलचल
इस कार्रवाई के बाद इलाके में चर्चा तेज हो गई है। एक तरफ इसे कानून का पालन बताया जा रहा है, तो दूसरी ओर कुछ लोग इसे धर्म के नाम पर की जा रही टारगेटेड कार्रवाई कह रहे हैं। हालांकि यह साफ है कि वक्फ एक्ट के लागू होते ही अब ऐसे मामलों में कोई नरमी नहीं बरती जाएगी।