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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। देश में मानसून पूर्व बारिश और पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया है। उत्तर-पश्चिम, मध्य और पूर्वी भारत के कई हिस्सों में गरज-चमक और तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है, जबकि दक्षिण और पूर्वोत्तर राज्यों में मूसलधार बारिश से जनजीवन ठप हो गया है।
भारी बारिश और भूस्खलन की घटनाओं में देशभर में अब तक 31 लोगों की जान जा चुकी है।
पूर्वोत्तर में 26 मौतें
अरुणाचल प्रदेश: 9
असम: आठ
मिजोरम: छह
मेघालय: दो
नागालैंड: एक
कर्नाटक: दो
हिमाचल प्रदेश: दो
उत्तराखंड: दो
सिक्किम में लगातार बारिश से भूस्खलन के कारण मुख्य सड़कें बंद हो गई हैं। चुंगथांग-लाचेन-लाचुंग मार्ग अवरुद्ध है। 1,500 से अधिक सैलानी फंसे हुए हैं। डीडीएमए ने रेड अलर्ट जारी किया है और पर्यटक परमिट जारी करना बंद कर दिया गया है।
असम के गुवाहाटी सहित कई जिलों में बाढ़ और भूस्खलन के कारण 78,000 से अधिक लोग प्रभावित हैं। रिहायशी इलाकों और सड़कों पर पानी भर गया है। आपदा प्रबंधन की टीमें राहत कार्यों में जुटी हैं।
श्रीनगर, रामबन, शोपियां, जोजिला दर्रा सहित कई ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बारिश और बर्फबारी दर्ज की गई है। इससे तापमान में गिरावट आई है, लेकिन यात्रियों को परेशानी भी हुई है।
मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली-NCR में 4 जून तक गरज-चमक के साथ बारिश जारी रह सकती है। तेज हवाएं 40-60 किमी/घंटा की रफ्तार से चल सकती हैं।
राजस्थान में 2 से 4 जून के बीच नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। इस दौरान तेज आंधी, गरज-चमक और बारिश के साथ हवाएं 60 किमी/घंटा तक पहुंच सकती हैं।बीकानेर, शेखावाटी, जयपुर, भरतपुर में बादल छाए रहने और हल्की बारिश की संभावना है।