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कौन हैं Maria Correa?  नोबेल शांति पुरस्कार की रेस में राष्ट्रपति ट्रंप को भी छोड़ दिया पीछे

नॉर्वेजियन नोबेल समिति ने मारिया कोरिना मचाडो को 2025 का नोबेल शांति पुरस्कार देने की घोषणा की है। यह सम्मान उन्हें वेनेजुएला के लोगों के लिए लोकतांत्रिक अधिकारों को बढ़ावा देने, तानाशाही के खिलाफ शांतिपूर्ण संघर्ष के लिए दिया गया है।

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Ranjana Sharma
Karva Chauth11 (8)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्‍क : नॉर्वेजियन नोबेल समिति ने वेनेजुएला के लोगों के लिए लोकतांत्रिक अधिकारों को बढ़ावा देने के लिए मारिया कोरिना मचाडो को 2025 के नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित करने का ऐलान किया है। द नोबेल प्राइज के एक्स अकाउंट पर घोषणा करते हुए लिखा गया, "नॉर्वेजियन नोबेल समिति ने वेनेजुएला के लोगों के लिए लोकतांत्रिक अधिकारों को बढ़ावा देने के लिए उनके अथक कार्य और तानाशाही से लोकतंत्र में न्यायपूर्ण और शांतिपूर्ण बदलाव के संघर्ष के लिए मारिया कोरिना मचाडो को 2025 का नोबेल शांति पुरस्कार देने का फैसला लिया है।

जीवन को खतरा होने के बाद भी काम करती रहीं

नोबेल कमेटी ने आगे कहा कि मारिया कोरिना के जीवन को गंभीर खतरा होने के बाद भी वह अपना काम करती रहीं। उनका यह चुनाव लाखों लोगों को प्रेरित करने वाला है। बता दें, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार नोबेल पीस प्राइज की मांग कर रहे थे। कई देशों की ओर से अमेरिकी राष्ट्रपति को नोबेल पीस प्राइज से सम्मानित करने की मांग को समर्थन भी मिला। लेकिन फिर भी अमेरिकी राष्ट्रपति का सपना अधूरा रह गया। मारिया वेनेजुएला की रहने वाली हैं। वेनेजुएला में वह पूर्व राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी दल की उम्मीदवार रह चुकी हैं। वह लोकतांत्रिक अधिकार कार्यकर्ता के रूप में जानी जाती हैं।

इस साल का नोबेल शांति पुरस्कार काफी चर्चा में था

नार्वेजियन नोबेल समिति के अध्यक्ष जोर्गेन वाटने फ्राइडनेस ने कहा, मारिया को ऐसे राजनीतिक विपक्ष में एकजुट करने वाली हस्ती होने के लिए सराहा गया, जो कभी विभाजित था। एक ऐसा विपक्ष जिसने स्वतंत्र चुनावों और प्रतिनिधि सरकार की मांग की। इस साल का नोबेल शांति पुरस्कार काफी चर्चा में था। इसकी खास वजह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रहे। दरअसल, ट्रंप के इस पुरस्कार के लिए अग्रणी दावेदार के रूप में उभरने और इसके लिए आक्रामक रूप से प्रयास करने के कारण यह काफी सुर्खियों में थी।

इस वर्ष 338 नामांकन प्राप्त हुए हैं

इजरायल, रूस, अजरबैजान, पाकिस्तान, थाईलैंड, आर्मेनिया और कंबोडिया जैसे कई देशों ने अमेरिकी राष्ट्रपति को नामांकित किया था। गौरतलब है कि इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए इस वर्ष 338 नामांकन प्राप्त हुए हैं, जिनमें 94 संगठन और विभिन्न क्षेत्रों के 244 लोग शामिल हैं। ट्रंप ने दावा किया कि वह "इतिहास में" नौ महीनों की अवधि में आठ युद्धों को सुलझाने" वाले पहले व्यक्ति हैं। 1901 से, नोबेल शांति पुरस्कार 105 बार 139 विजेताओं को प्रदान किया जा चुका है: 92 पुरुष, 19 महिलाएं और 28 संगठन शामिल हैं।

इनपुट- आईएएनएस

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