/young-bharat-news/media/media_files/2025/09/08/ayodhyadipotsav-2025-09-08-17-46-21.jpg)
AyodhyaDipotsav Photograph: (AI)
लखनऊ। अयोध्या में इस बार दीपोत्सव-2025 ऐतिहासिक होने जा रहा है। 19 अक्टूबर को होने वाले इस भव्य आयोजन में 26 लाख से अधिक दीये प्रज्वलित कर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की तैयारी की जा रही है। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग और स्थानीय प्रशासन इस अवसर को भव्य बनाने में जुटा है। सरयू तट, राम की पैड़ी और आसपास के घाटों पर दीयों की अलौकिक श्रृंखला सजाई जाएगी, जो अद्वितीय दृश्य प्रस्तुत करेगी। इससे पहले भी अयोध्या ने दीपोत्सव के दौरान दीयों की संख्या का विश्व रिकॉर्ड बनाया था और इस बार एक बार फिर स्वयं का ही रिकॉर्ड तोड़ने की योजना है।
श्रीराम के आगमन की झलक
मालूम हो कि दीपोत्सव के मौके पर पूरी राम नगरी रोशनी से जगमगाएगी और भगवान श्रीराम के आगमन की झलक प्रतीत होगी। हजारों की संख्या में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु इस आयोजन के साक्षी बनेंगे। यह आयोजन न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि पर्यटन और अयोध्या की वैश्विक पहचान को भी सशक्त करेगा।
/filters:format(webp)/young-bharat-news/media/media_files/2025/09/08/dipotsav-2025-09-08-17-45-35.jpg)
भव्य और दिव्य दीपोत्सव
उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि विभागीय तैयारियां तेजी से चल रही हैं। पर्यटन मंत्री ने बताया कि अयोध्या में वर्ष 2017 से भव्य और दिव्य दीपोत्सव मनाया जा रहा है। इसे बरकरार रखते हुए दीपोत्सव-2025 के दौरान भी सरयू नदी पर सबसे बड़े दीप प्रज्वलन एवं सबसे बड़े आरती समारोह का आयोजन होगा। इस वर्ष 26 लाख से अधिक दीयों के साथ गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की तैयारी की जा रही है। दीपोत्सव केवल अयोध्या के सांस्कृतिक वैभव को ही नहीं, बल्कि विश्व स्तर पर इसकी पहचान को और मजबूत करेगा।
अब तक की सबसे बड़ी आरती
उल्लेखनीय है कि अयोध्या दीपोत्सव के दौरान हर वर्ष दीप प्रज्ज्वलन का अपना ही पिछला रिकॉर्ड तोड़ते हुए नया कीर्तिमान स्थापित करती है। मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद दूसरे दीपोत्सव को भव्यता और दिव्यता से मनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। राम की पैड़ी सहित अन्य घाटों पर इस बार 26 लाख से अधिक दीयों को प्रज्वलित कर नया विश्व रिकॉर्ड बनाया जाएगा। सरयू तट पर अब तक की सबसे बड़ी आरती का आयोजन भी होगा, जिसमें 1,100 से अधिक धर्माचार्य, संत-महात्मा और नगरवासी सम्मिलित होंगे। आयोजन से तीन दिन पहले से स्थल पर तैयारी शुरू होगी। गिनीज मानकों के अनुसार डिजाइन आदि से संबंधित समन्वय स्थापित किया जाएगा।
इस दौरान छात्र-स्वयंसेवक गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के सफल संचालन में सहयोग करेंगे। ये स्वयंसेवक गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के मानकों के अनुरूप दीयों की सजावट, प्रज्वलन, गिनती और सत्यापन की जिम्मेदारी निभाएंगे। आयोजन के दौरान दीयों की संख्या को सुनिश्चित करने के लिए पूरी प्रक्रिया तकनीकी और पारदर्शी ढंग से पूरी की जाएगी, ताकि रिकॉर्ड का सफल क्रियान्वयन संभव हो सके।
गिनीज रिकॉर्ड प्रयासों की सफलता
अयोध्या दीपोत्सव-2025 के दौरान गिनीज रिकॉर्ड प्रयासों की सफलता सुनिश्चित करने के लिए उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग, अयोध्या जिला प्रशासन, अवध विश्वविद्यालय और अन्य संस्थाओं के बीच लगातार समन्वय किया जाएगा। कार्यक्रम में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के निर्णायक मंडल की उपस्थिति में प्रक्रिया, साक्ष्यों आदि का मिलान किया जाएगा। रिकॉर्ड की पुष्टि के बाद मुख्यमंत्री को पर्यटन मंत्री सहित अन्य मंत्रियों की उपस्थिति में प्रमाण-पत्र प्रदान किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा, ''अयोध्या दीपोत्सव केवल राज्य ही नहीं, बल्कि संपूर्ण भारत की आस्था, संस्कृति और आध्यात्मिकता का विश्वस्तरीय प्रतीक बन चुका है। भगवान श्रीराम की नगरी में दीपोत्सव का यह पर्व हमारे लिए गर्व का अवसर है, जहां परंपरा और आधुनिकता का अद्भुत संगम देखने को मिलता है। दीयों की श्रृंखला न केवल श्रीराम के आदर्शों का स्मरण कराती है, बल्कि विश्व बंधुत्व का संदेश भी देती है।''
(इनपुट-आईएएनएस)