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29 अक्टूबर कार्तिक सप्तमी पर दुर्लभ त्रिपुष्कर योग, हनुमान भक्तों को मिलेगा मंगल दोष से छुटकारा

कार्तिक मास की सप्तमी तिथि इस बार एक दुर्लभ त्रिपुष्कर योग में पड़ रही है, जो भगवान हनुमान के भक्तों के लिए अत्यंत शुभ मानी जा रही है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, यह योग 29 अक्टूबर को सुबह से दोपहर तक रहेगा।

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YBN News
HANUMANJI

HANUMANJI Photograph: (IANS)

नई दिल्ली। कार्तिक मास की सप्तमी तिथि इस बार एक दुर्लभ त्रिपुष्कर योग में पड़ रही है, जो भगवान हनुमान के भक्तों के लिए अत्यंत शुभ मानी जा रही है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, यह योग 29 अक्टूबर को सुबह से दोपहर तक रहेगा। इस दिन पूजा-पाठ, दान और हनुमान चालीसा के पाठ से विशेष फल की प्राप्ति होती है। त्रिपुष्कर योग में किए गए शुभ कार्य तीन गुना फलदायी माने जाते हैं। माना जाता है कि इस योग में हनुमान जी की उपासना करने से मंगल दोष, कर्ज और भय से मुक्ति मिलती है तथा जीवन में सौभाग्य और सफलता का आगमन होता है।

जानकारी हो कि कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथी मंगलवार को है। इस दिन त्रिपुष्कर और रवि योग का संयोग बन रहा है। सूर्य तुला राशि में और चंद्रमा रात 10 बजकर 14 मिनट तक धनु राशि में रहेंगे। इसके बाद मकर राशि में गोचर करेंगे। 

द्रिक पंचांग के अनुसार

द्रिक पंचांग के अनुसार, अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 42 मिनट से शुरू होकर दोपहर 12 बजकर 27 मिनट तक रहेगा और राहुकाल का समय दोपहर 2 बजकर 52 मिनट से शुरू होकर शाम 4 बजकर 15 मिनट तक रहेगा। इस दिन कोई विशेष त्योहार नहीं है, आप चाहें तो मंगलवार व्रत रख सकते हैं, जो कि राम भक्त हनुमान को समर्पित है।

स्कंद पुराण के अनुसार

स्कंद पुराण के अनुसार, मंगलवार के दिन ही राम भक्त हनुमान का जन्म हुआ था, जिस वजह से इस दिन उनकी पूजा का महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है। हनुमान जी को मंगल ग्रह के नियंत्रक के रूप में पूजा जाता है। मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने और हनुमान जी की विधि-विधान से पूजा करने से जीवन के कष्ट, भय और चिंताएं दूर हो जाती हैं। साथ ही, मंगल ग्रह से संबंधित बाधाएं भी समाप्त होती हैं।

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पूजा करने का नियम

इस दिन बजरंगबली की पूजा करने के लिए ब्रह्म मुहूर्त में उठकर नित्य कर्म-स्नान आदि करने के बाद पूजा स्थल को साफ करें। फिर एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाएं और पूजा की सामग्री रखें और उस पर अंजनी पुत्र की प्रतिमा स्थापित करें। इसके बाद सिंदूर, चमेली का तेल, लाल फूल और प्रसाद चढ़ाएं। हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ कर बजरंगबली की आरती करें। इसके बाद आरती का आचमन कर आसन को प्रणाम करके प्रसाद ग्रहण करें।

मंगल ग्रह का प्रतीक

 मान्यता है कि लाल रंग मंगल ग्रह का प्रतीक है। इस दिन लाल कपड़े पहनना और लाल रंग के फल, फूल और मिठाइयां अर्पित करना शुभ माना जाता है। शाम को भी हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करना शुभ माना जाता है। इस पावन दिन पर हनुमान जी की आराधना कर जीवन में सुख-समृद्धि और शांति की कामना करें।

'त्रिपुष्कर योग'

वहीं, इस दिन 'त्रिपुष्कर योग' भी बन रहा है। यह योग तब बनता है जब रविवार, मंगलवार या शनिवार के दिन द्वितीया, सप्तमी या द्वादशी में से कोई एक तिथि हो। रवि योग ज्योतिष में एक शुभ योग माना गया है। यह तब बनता है जब चंद्रमा का नक्षत्र सूर्य के नक्षत्र से चौथे, छठे, नौवें, दसवें और तेरहवें स्थान पर होता है। इस दिन निवेश, यात्रा, शिक्षा या व्यवसाय से संबंधित काम की शुरुआत करना अत्यंत लाभकारी माना जाता है। 

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 (इनपुट-आईएएनएस)

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