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CBSE नियमों में बदलाव: बेसिक मैथ्स वाले छात्र भी बन सकेंगे इंजीनियर या साइंटिस्ट

सीबीएसई ने 11वीं कक्षा के लिए गणित विषय से जुड़ा एक अहम बदलाव किया है, जो लाखों छात्रों के लिए राहत की खबर लेकर आया है। अब 10वीं में बेसिक मैथ्स (कोड: 241) पढ़ने वाले छात्र भी 11वीं में स्टैंडर्ड मैथ्स (कोड: 041) को विषय के रूप में चुन सकेंगे।

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Suraj Kumar
CBSE, new rule
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नई दिल्‍ली, वाईबीएन डेस्‍क। सीबीएसई ने 11वीं कक्षा के लिए गणित विषय से जुड़ा एक अहम बदलाव किया है, जो लाखों छात्रों के लिए राहत की खबर लेकर आया है। अब 10वीं में बेसिक मैथ्स (कोड: 241) पढ़ने वाले छात्र भी 11वीं में स्टैंडर्ड मैथ्स (कोड: 041) को विषय के रूप में चुन सकेंगे। इससे उन छात्रों को सीधा फायदा होगा जो आगे चलकर इंजीनियरिंग, मेडिकल, डेटा साइंस या गणित आधारित किसी अन्य करियर की दिशा में जाना चाहते हैं।

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क्या है नया बदलाव?

अब तक केवल वही छात्र 11वीं में स्टैंडर्ड मैथ्स चुन सकते थे जिन्होंने 10वीं में स्टैंडर्ड मैथ्स पढ़ी हो। बेसिक मैथ्स वाले छात्रों को यह विकल्प नहीं दिया जाता था। लेकिन सीबीएसई ने अब 2025-26 शैक्षणिक सत्र से इस नियम को स्थायी रूप से बदल दिया है। सीबीएसई की वेबसाइट पर जारी नोटिफिकेशन में बताया गया है कि इस फैसले का मकसद छात्रों को गणित के गहरे अध्ययन का अवसर देना है, भले ही उन्होंने 10वीं में बेसिक मैथ्स ही क्यों न पढ़ी हो।

स्कूलों की जिम्मेदारी

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बोर्ड ने स्कूलों को निर्देश दिया है कि वे स्टूडेंट्स की गणितीय समझ और रुचि का आकलन करें। काउंसलिंग या एबिलिटी टेस्ट के जरिए यह सुनिश्चित करना होगा कि छात्र स्टैंडर्ड मैथ्स की पढ़ाई के लिए सक्षम हैं।

छात्रों और अभिभावकों के लिए सलाह

एक बार 11वीं में स्टैंडर्ड मैथ्स चुनने के बाद विषय बदलना मुश्किल होगा। इसलिए छात्रों और अभिभावकों को यह फैसला सोच-समझकर लेना चाहिए। यह नियम खासतौर पर उन छात्रों के लिए फायदेमंद है, जिन्होंने 10वीं में कठिनाई के चलते बेसिक मैथ्स चुना था, लेकिन अब वे गणित आधारित करियर की ओर बढ़ना चाहते हैं।

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क्यों है यह बदलाव अहम?

  • अब अधिक छात्र इंजीनियरिंग या साइंस स्ट्रीम की पढ़ाई के लिए योग्य हो सकेंगे
  • बेसिक मैथ्स को चुनने का फैसला छात्रों के भविष्य की राह नहीं रोकेगा
  • यह कदम शिक्षा को अधिक लचीला और समावेशी बनाएगा
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