भोपाल, वाईबीएन नेटवर्क।
तकनीक के इस दौर में एआई की चुनौतियों से निपटने के लिए एजुकेशन प्रमोशन सोसाइटी ऑफ इंडिया (EPSI) ने भोपाल में राष्ट्रीय सम्मेलन किया। यह कार्यक्रम रेडिसन हॉटल भोपाल में हुआ। इसका विषय था 'AI के लिए वैश्विक दौड़ और भारत को वैश्विक खिलाड़ी बनाने में उच्च शिक्षा संस्थानों की भूमिका' था । इस सम्मेलन में नीति बनाने वाले, शिक्षाविद और नए विचारों वाले लोग शामिल हुए। उन्होंने इस बात पर चर्चा की कि एआई के इस दौर में भारत को कैसे आगे बढ़ाया जाए। इस सम्मेलन में एआई और उसके महत्व पर भी जोर दिया गया।
भारत को करना होगा अपनी क्षमताओं का इस्तेमाल
बैठक में भारत को लेकर गहन चर्चा हुई कि एआई की दौड़ में भारत को अपनी पूरी क्षमता का इस्तेमाल करना होगा। सम्मेलन में उच्च शिक्षण संस्थानों की भूमिका पर खास बातचीत हुई। कार्यक्रम में कई महत्वपूर्ण गतिविधियां हुईं। उद्घाटन सत्र में डॉ. टी. जी. सिथाराम (AICTE अध्यक्ष) ने मुख्य भाषण दिया। 'The Road Ahead 2.0' नामक पुस्तक का दोबारा विमोचन किया गया।
कई विषयों पर हुई चर्चा
इस सम्मेलन में कई अहम विषयों पर चर्चा हुई। जिसमें 'उच्च शिक्षा में AI: सीखने, अनुसंधान और करियर विकास में परिवर्तन' और 'AI अनुसंधान एवं नवाचार: भारत को वैश्विक AI शक्ति बनाना' जैसे विषयों पर बात हुई। इस दौरान डॉ. सिथाराम और 'The Road Ahead 2.0' के सह-लेखक भी मौजूद रहे।
'मील का पत्थर साबित होगा सम्मेलन'
डॉ. एम. आर. जयराम (EPSI अध्यक्ष) ने कहा, 'भारत की AI यात्रा में उच्च शिक्षा संस्थानों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। यह सम्मेलन अनुसंधान और प्रतिभा विकास के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा।' सम्मेलन में आईं सबा करीम (LinkedIn India - Public Sector Head) ने कहा, 'LinkedIn डेटा-संचालित अंतर्दृष्टि के जरिए कौशल अंतर को भरने और छात्रों को बेहतर अवसरों से जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध है।'