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प्रौद्योगिकी का गुलाम नहीं बल्कि मालिक बनना सीखना, कृत्रिम मेधा (एआई) का बुद्धिमानी से उपयोग करना और स्वयं निर्णय लेना समेत कई मंत्र प्रधानमंत्री के ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम के तहत बृहस्पतिवार को प्रसारित प्रौद्योगिकी की ‘मास्टरक्लास’ के दौरान छात्रों को दिए गए।
विशेषज्ञों ने साझा की अपनी राय
‘परीक्षा पे चर्चा’ के विशेष सत्र में ‘टेक्निकल गुरुजी’ के नाम से लोकप्रिय यूट्यूबर गौरव चौधरी और ‘एडलवाइस म्यूचुअल फंड’ की प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी राधिका गुप्ता ने छात्रों के साथ ये मंत्र साझा किए। ‘परीक्षा पे चर्चा’ एक वार्षिक कार्यक्रम है, जिसके तहत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बोर्ड परीक्षाएं देने वाले छात्रों के साथ बातचीत करते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘अगर आप सही खाना खाते हैं, तो आप अपनी परीक्षाएं बेहतर तरीके से लिख पाएंगे! ‘परीक्षा पे चर्चा’ का चौथा एपिसोड परीक्षा की तैयारी से पहले खाने और अच्छी नींद के बारे में होगा। कल इस विषय पर पोषण विशेषज्ञों सोनाली सभरवाल, रुजुता दिवेकर और रेवंत हिमतसिंगका के विचार सुनें।’’ इस बार पारंपरिक ‘टाउन हॉल’ प्रारूप से हटकर प्रधानमंत्री ने छात्रों को दिल्ली के प्रसिद्ध सुंदर नर्सरी में आमंत्रित किया और बोर्ड परीक्षा से पहले उनसे अनौपचारिक माहौल में बातचीत की।
प्रोद्योगिकी का मालिक बनना सीखें
चौधरी ने छात्रों से कहा, ‘‘प्रौद्योगिकी के गुलाम नहीं, बल्कि मालिक बनना सीखें। प्रौद्योगिकी को आपको संबल बनाने की भूमिका निभानी चाहिए, लेकिन प्राथमिकता आपकी अपनी बुद्धिमत्ता, कुशाग्रता और रचनात्मकता को मिलनी चाहिए।’’ गुप्ता ने ‘फ्लॉपी डिस्क’ के युग से लेकर अब तक हुए प्रौद्योगिकी के विकास के बारे में किस्से साझा करते हुए कहा कि आज एआई एक अच्छे अध्ययन सहयोगी की भूमिका निभा सकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन इसका उपयोग बुद्धिमानी से किया जाना चाहिए। एआई आपको ज्ञान, बुद्धिमत्ता एवं विस्तृत विश्लेषण मुहैया करा सकती है लेकिन बुनियादी अवधारणाएं आपकी होनी चाहिए। यदि आप इनके बारे में पूरी तरह से जानते हैं तो आप एआई का बुद्धिमानी से उपयोग कर पाएंगे।’’ दोनों अतिथियों ने छात्रों के साथ लोकप्रिय खेल ‘डंब शराड’ (मौन रहकर अभिनय करते हुए अपनी बात समझाने वाला खेल) पर आधारित खेल ‘एआई शराड’ भी खेला और छात्रों को एआई का उपयोग करके कुछ प्रसिद्ध हस्तियों के नाम लिए बिना उनके चित्र बनाने के लिए कहा गया।
एआई कर सकता है निर्णय लेने में मदद
गुप्ता ने छात्रों को निर्देश दिया कि वे एआई की मदद भले ही लें लेकिन अपने निर्णय स्वयं लें। उन्होंने कहा, ‘‘उदाहरण के लिए, यदि आप यह तय करना चाहते हैं कि आपको उच्च शिक्षा के दौरान पढ़ाई के लिए कौन से विषय चुनने हैं- मानविकी एवं विज्ञान, तो एआई आपको विस्तृत विश्लेषण मुहैया करा सकता है जिससे आपको निर्णय लेने में मदद मिल सकती है लेकिन निर्णय आपका होना चाहिए।’’
इस वर्ष ‘परीक्षा पे चर्चा’ के विभिन्न ‘एपिसोड’ में मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम और आध्यात्मिक नेता सद्गुरु समेत कई प्रतिष्ठित हस्तियों ने जीवन और शिक्षा से जुड़े प्रमुख पहलुओं पर अपने अनुभव छात्रों के साथ साझा किये। अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने बुधवार को प्रसारित कार्यक्रम में स्कूली छात्रों से बातचीत करते हुये कहा कि अपने तनाव के कारणों की पहचान करें और उसे किसी ऐसे व्यक्ति के साथ साझा करें जिस पर वह भरोसा कर सकें।